Bahadur Singh Koli : भरतपुर। भरतपुर की वैर विभानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बहादुर सिंह कोली को रिटर्निंग अधिकारी ने आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस थमाया है। बहादुर सिंह कोली के भाषण का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कोली मुख्यमंत्री, एसपी और थानेदार को पीटने की बात कर रहे थे। वीडियो वायरल की खबरें प्रकाशित होने के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए नोटिस भेजकर उनसे तीन दिन में जवाब मांगा है।
भाजपा प्रत्याशी बहादुर सिंह कोली का 8 नवंबर को खेरला में गए थे। वहां सभा को संबोधित करते समय यह बात कही थी। यह वीडियो वैर विधानसभा क्षेत्र के गांव खेरला का है। वीडियो में कोली अमर्यादित भाषण देते नजर आ रहे थे। कोली बोल रहे थे- मैंने एसपी को पीटा, थानेदार को पीटा और मुख्यमंत्री को भी पीटा है।
इतना ही नहीं वायरल वीडियो में कोली ने जाटव समाज को लेकर भी आपत्तिजनक बातें कही थी। इससे पहले बहादुर सिंह कोली का डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें वह स्थानीय लोगों के साथ सड़क पर डांस करते नजर आ रहे हैं।
आचार संहिता का उल्लंघन
बहादुर सिंह कोहली के भाषण को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए वैर के रिटर्निंग अधिकारी ललित मीणा ने कोली को नोटिस दिया है। नोटिस में लिखा है कि बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के खेर्रा गांव में सभा आयोजित की गई। जिसमें मुख्यमंत्री, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया, जो कि आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। इससे सामाजिक विद्वेष की भावना भड़कने, सौहार्द्र बिगड़ने की संभावना है, इसलिए बयान के संबंध में तीन दिन में जवाब पेश करें।
मामले पर कोली ने दी सफाई
वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा प्रत्याशी बहादुर सिंह कोली ने अपने वायरल वीडियो के बयान पर सफाई देते हुए कहा- प्रचार के दौरान कुछ गुर्जर भाई बोल रहे थे कि आप सुस्त मत रहो, हम ही पटक लेंगे। मैं चार चुनाव लड़ चुका हूं। मैंने सीएम को और डॉक्टर को भी हराया है। आईएएस को भी हराया है। पीटने से मेरा मतलब लात घूंसा चलाने से नहीं, बल्कि चुनावों में हराने से है।
सांसद और विधायक रहे
बीजेपी ने वैर विधासभा सीट पर बहादुर सिंह कोली को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने यहां से भजन लाल जाटव को मैदान में उतारा है। इससे पहले बहादुर सिंह कोली वैर विधानसभा सीट पर साल 2008 और 2013 में विधायक रह चुके हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बहादुर सिंह कोली प्रत्याशी बनाया और वह लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे। सांसद बनने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
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