Rajasthan Education News: राजस्थान में इन दिनों शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर एक्टिव हैं और ताबड़तोड़ फैसले कर रहे हैं। फिर चाहे स्कूल में बुर्का पहनने का मामला हो, या फिर कोई और अन्य मामला। शिक्षा विभाग लगातार सुर्खियों में बना हुआ है।
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे पर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। मंत्री दिलावर ने साफ-साफ कहा कि स्कूलों को धर्मांतरण और लव जिहाद का अड्डा नहीं बनने देंगे। मंत्री मदन दिलावर ने जोधपुर से बालोतरा रवाना होने से पहले ये बात कहीं।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जयपुर से बालोतरा जाते समय देर रात जोधपुर पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद मंत्री दिलावर रविवार सुबह बालोतरा के लिए रवाना हुए। इस दौरान मंत्री दिलावर ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि प्रदेश की किसी भी विद्यालय को धर्मांतरण या लव जिहाद का अड्डा नहीं बनने देंगे। जहां पर भी षड्यंत्र होगा, उसमें शामिल शिक्षक हो या बच्चे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे को लेकर कोटा जिले के खजूरी ओदपुर गांव के विद्यालय में तीन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। वहां के स्कूल में एक हिंदू बालिका के धर्म के कॉलम में अध्यापकों ने मुस्लिम लिखा। उस स्कूल में जबर्दस्ती नमाज पढ़ाई जाती और धर्मांतरण का षड्यंत्र होता है, ये तो हम चलने नहीं देंगे।
जहां सूर्य नमस्कार नहीं, वहां कार्रवाई होगी
मंत्री दिलवार ने सूर्य नमस्कार का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के समय रोजाना 10 मिनट तक सूर्य नमस्कार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन निर्देशों की समीक्षा भी करवाई जा रही है। जहां आदेशों की पालना नहीं होगी, वहां कार्रवाई की जाएगी।
बेड टच के आरोपी नहीं बख्शे जाएंगे
मदन दिलावर पहले भी पेपर लीक करने वाले माफियां और स्कूल में छात्राओं के साथ बेड टच करने वाले टीचर को चेता चुके हैं किसी भी सूरत में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। शिक्षा मंत्री खुले तौर पर कह चुके हैं छात्राओं के साथ छेड़खानी करने वाले टीचर के घर पर बुलडोजर चलेगा। उन्हें किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जाएगा।
कोटा के स्कूल में सामने आया था धर्मांतरण का मामला
बता दें कि हाल ही में कोटा जिले के खजूरी ओदपुर गांव के सरकारी स्कूल में जबरन नमाज पढ़ाने व धर्मांतरण का मामला सामने आया था। इस पर शिक्षा विभाग ने 22 फरवरी की रात आदेश जारी कर तीन शिक्षकों में से दो को निलंबित कर दिया था। शिक्षक फिरोज और मिर्जा मुजाहिद को निलंबित करने के साथ महिला शिक्षिका शबाना को एपीओ किया गया था। इन शिक्षकों पर विद्यार्थियों से जिहादी गतिविधियां करवाने का आरोप लगा है।
वहीं, बारां जिले के किशनगंज ब्लॉक नाहरगढ़ के लकड़ाई स्कूल में गणतंत्र दिवस पर समारोह के दौरान मां सरस्वती की तस्वीर नहीं लगाने पर जमकर हंगामा हुआ था। इस पर सावित्री बाई फुले को शिक्षा की देवी बताने वाली शिक्षिका हेमलता बैरवा को शिक्षा विभाग ने 23 फरवरी को सस्पेंड किया था।