सवाई माधोपुर। देश भर में ना जाने कितनी ही महिला ऐसी हैं जिनकी जिंदगी दहेज के नाम पर बद से बत्तर बना दी जाती है। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से सामने आया है जहां एक बेटी को दहेज के लोभ में बलि चढ़ा दी गई। सवाई माधोपुर में दहेज की खातिर बेटी को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने बताया कि सवाई माधोपुर के बमनवास थाना क्षेत्र इलाके में सोमवार को एक विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया। युवती की छह महीने पहले शादी हुई थी और उससे दहेज की मांग की जा रही थी। यह घटना 19 मई को सिरसली में हुई। जानकारी के मुताबिक, दहेज की खातिर ससुराल वालों ने विवाहिता पर पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया। विवाहिता के पीहर वालों को जब इस घटना के बारे में पता चला तो वह जयपुर स्थित सवाई मान सिंह अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन चिकित्सकों ने उनकी बेटी को 20 मई को मृत घोषित कर दिया।
सवाई माधोपुर के श्रीराम पुरा गांव निवासी पप्पू लाल बैरवा (37) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पप्पू लाल ने शिकायत में बताया कि 20 मई को अपनी बेटी की हत्या करने का केस दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि उसकी बेटी की शादी छह महीने पहले 14 नवंबर, 2022 को सवाई माधोपुर के सिरसली गांव में नवल किशोर बैरवा के संग हुई थी। शादी के दौरान बेटी को दहेज में उन्होंने सभी जरूरी सामान दिए थे, लेकिन सुसराल के लोग उसकी बेटी को एक बाइक और 50,000 रुपए के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उनकी बेटी ने कई बार उनसे इस बात की शिकायत की थी। बार-बार दहेज के लिए प्रताड़ित करके ससुराल वालों ने उसकी बेटी को जिंदा जला दिया।
बमनवास थानाधिकारी मनीष शर्मा ने बताया पुलिस की जांच से ऐसा पता चल रहा है कि युवती को मारने के लिए सुसराल वालों ने पेट्रोल डाल कर उसे जलाया और उसके बाद चिकित्सकों ने जयपुर में लड़की को मृत घोषित किया। इस मामले में पुलिस ने इस मामले में मृतक युवती के पति नवल किशोर बैरवा, सास कैलाशी देवी, बिल्लू बैरवा और गोलू तथा ननद और भाई पर हत्या के केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।