जयपुर। राजस्थान में 19 नए जिले और 3 नए संभाग बनाने की घोषणा के बाद से ही राजस्थान में रार छिड़ी हुई है। हाल ही में सांभर-फुलेरा, सुजानगढ़ व सूरतगढ़ में जिला बनाने की मांग पर विरोध प्रदर्शन का बवाल जमकर देखने को मिला। वहीं, अब छबड़ा को जिला बनाने की मांग उठ रही है। छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर रविवार सुबह नगरपालिका पार्षद पानी की टंकी पर चढ़ गए। सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा।
जानकारी के मुताबिक छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर पार्षद विपिन शर्मा, रोहित अरोड़ा और मनमोहन सेन रविवार सुबह पानी की टंकी पर चढ़ गए। करीब 2 से तीनों पार्षद कृषि उपज मंडी में पानी की टंकी पर चढ़े हुए है। ये छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन और पुलिस इन लोगों से समझाइश का प्रयास कर रही है। लेकिन, ये पानी की टंकी से नीचे उतरने को तैयार नहीं है और अपनी मांग पर अड़े हुए है।
काफी समय से की जा रही है छबड़ा को जिला बनाने की मांग
बता दे कि छबड़ा उपखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए भाजपा-कांग्रेस और अन्य संगठनों सहित व्यापारी काफी समय से छबड़ा को जिला बनाने की मांग करते आ रहे है। इसके लिए छबड़ा विधायक व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने भी पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा था।
पत्र में बताया गया था कि छबड़ा से बारां जिले की दूरी 65 किमी है। ऐसे में लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। छबड़ा मुख्यालय रेल सेवा से जुड़ा हुआ है। छबड़ा में दो थर्मल पॉवर प्लांट है। ऐसे में अडानी व छबड़ा थर्मल के सीएसआर फंड से वित्तीय संसाधनों की पूर्ति की जा सकती है और प्रदेश सरकार की मदद से जिला बनाया जा सकता है।