जयपुर: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा मानहानि मामले में सीएम अशोक गहलोत वीसी के जरिए दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए जहां जस्टिस हरजीत सिंह जसपाल की कोर्ट में सुनवाई हुई. वहीं इस मामले की अगली सुनवाई 21 अगस्त को 11 बजे होगी. सुनवाई के बाद कोर्ट ने सीएम के वकीलों को शिकायत की कॉपी देने के भी निर्देश दिए हैं. मालूम हो कि गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम गहलोत के खिलाफ एक मानहानि का मुकदमा दायर कर रखा है जिसमें पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सीएम को पेश होने के आदेश दिए थे.
वहीं पिछली सुनवाई में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को मामले की जांच रिपोर्ट भी सौंपी थी जिसे कोर्ट में स्वीकार किया गया था. कोर्ट ने रिपोर्ट के बाद दिल्ली पुलिस को 3 बिंदुओं पर जांच करने के आदेश दिए थे जिनमें शामिल थे कि क्या गहलोत ने शिकायतकर्ता गजेन्द्र सिंह शेखावत को ‘आरोपी’ कहकर संबोधित किया था? क्या गहलोत ने यह कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत पर संजीवनी घोटाले में आरोप साबित हुआ? क्या संजीवनी घोटाले में शेखावत या उनके परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ जांच चल रही है या फिर वह ‘आरोपी’ हैं?
शेखावत ने किया मानहानि का केस
मालूम हो कि सीएम गहलोत ने बीते दिनों कहा था कि संजीवनी घोटाले में एसओजी की जांच चल रही है जिसमें अन्य गिरफ्तार आरोपियों की तरह ही शेखावत के खिलाफ जुर्म साबित हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी वह गिरफ्तारी से बचने के दांवपेंच कर रहे हैं.
वहीं इसके बाद शेखावत ने दिल्ली कोर्ट में उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए मानहानि का केस दर्ज करवाया. शेखावत ने अपनी शिकायत में कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उनका चरित्र हनन करने के साथ ही उनके परिवार वालों को भी आरोपी बताकर बदनाम किया है.
गहलोत के शेखावत पर संगीन आरोप
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फरवरी में कहा था कि संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह शेखावत के माता-पिता और पत्नी के साथ ही पूरा परिवार शामिल है. वहीं इसके बाद सीएम गहलोत और शेखावत के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चलता रहा और दोनों एक दूसरे पर कई मौकों पर हमलावर रहे हैं.