जयपुर। राजधानी जयपुर के लग्जरी होटल हयात पैलेस के कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई। युवक का शव साथी के कमरे में पड़ा मिला। मृतक के मुंह से खून निकलने के साथ पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था। मृतक के प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के निशान मिले हैं। सूचना पर मौके पर पहुंची मालवीय नगर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जयपुरिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। वहीं, इस संबंध में परिजनों ने होटलकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया है। गुरुवार सुबह हुई इस घटना में पुलिस फिलहाल जांच कर रही है।
मालवीय नगर थानाप्रभाारी हरिसिंह दूधवाल ने बताया मृतक मयंक (22) पुत्र शिवराज सिंह मूलत: नैनीताल उत्तराखंड का रहने वाला था। वह करीब 20 दिन पहले ही जयपुर आया था। वह अपेक्स सर्किल, मालवीय नगर स्थित होटल हयात पैलेस में जॉब करता था। मालवीय नगर में ही किराए पर रूम लेकर रहता था।
पुलिस के मुताबिक, बुधवार रात को मयंक नशे की हालत में होटल पहुंचा था। इस पर होटलकर्मियों ने उसे वापस भेज दिया। इस पर मयंक होटल के बाहर थड़ी पर जाकर सो गया। उसके साथी उसे यहां से उठाकर उस कमरे पर छोड़कर आए, जहां पर वह रहता था। गुरुवार सुबह उठने पर दोस्त ने मयंक के मुंह से खून निकलते देखा। उसका शरीर भी नीला पड़ा हुआ था। सुबह करीब 11 बजे सूचना पर मयंक को प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों का आरोप, मयंक से मारपीट कर जहर देकर मारा…
मयंक की मौत की सूचना पर उसके मामा राजेन्द्र वशिष्ठ शुक्रवार को नैनीताल से जयपुर पहुंचे। राजेन्द्र वशिष्ठ का आरोप है कि मयंक से मारपीट कर उसको जहर देकर मारा गया है। मयंक के मुंह से खून निकल रहा था। शरीर नीला होने के साथ ही उसके प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान भी मिले हैं।
मयंक के दोस्त उपेन्द्र रावत ने पूछने पर बताया कि रात करीब 11 बजे होटल के चार कर्मचारी गाड़ी लेकर आए थे। मयंक को बेहोशी की हालत में उसके कमरे पर लेटाकर चले गए। वहीं इस मामले में होटल स्टाफ का कहना है कि बुधवार सुबह ड्यूटी पर आने के बाद वह ब्रेक शिफ्ट में गया था। शाम को वह ड्रिंक करके आया था।
नशे में होटल आने के कारण उसे रात करीब 8 बजे बाहर भेज दिया था। होटल के सामने की ओर थड़ी के पास वह गिरकर बेहोश हो गया। नशे की हालत में बेहोश होने पर उसे रूम पर कर्मचारी छोड़ आए थे। वहीं, राजेंद्र का कहना है कि मयंक बुधवार रात 9:30 बजे ड्यूटी करके गया था। होटल के चेंजिंग रूम में 13 मिनट रुका भी था। होटल के फुटेज देखने पर मयंक किसी नशे में नहीं लग रहा।
दोस्त बोला- मयंक को रात में ही होटल कर्मचारी छोड़कर गए…
मृतक के दोस्त उपेन्द्र रावत का कहना है कि मयंक पहले मेरे साथ ही रहता था। परसों ही मयंक ने रूम चेंज किया था। जो होटल कर्मचारी मेरे रूम पर मयंक को लेकर आए, उन्हें पता नहीं था कि मयंक दूसरी जगह रहने लग गया है। बेहोश हालत में होने पर मयंक को गद्दे पर सुलाने को कह दिया। सुबह करीब 10:30 बजे उठने पर मयंक को जगाने की कोशिश करने पर भी वह नहीं उठा।
थानाप्रभारी हरिसिंह का कहना है कि संदिग्ध मौत को लेकर शनिवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।