जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में एक हैड कांस्टेबल का शव थाने के टांके (पानी का टैंक) में मिला। शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे पुलिसकर्मियों ने थाना परिसर में बने टैंक में कांस्टेबल चैनाराम को पानी में पड़ा देखा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने हैड कांस्टेबल को पानी से निकाल चाखू हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह मामला बाप उपखंड के चाखू थाने का है।
वहीं कांस्टेबल का शव पानी मिलने की सूचना पर फलोदी एसपी विनोद कुमार बंसल, एएसपी सौरभ तिवारी और सीओ रामकरण सिंह मलिंडा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल पर डॉग स्क्वाड, एफएसएल टीम को बुलाया गया। इसके बाद पुलिस ने मृतक कांस्टेबल का बाप सीएचसी की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक कांस्टेबल चैनाराम के आज ही गांव बाना का बास में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सीओ बोले- टांके में पैर फिसल गया…
फलोदी सीओ रामकरण सिंह मलिंडा ने बताया कि हेड कांस्टेबल चैनाराम गुरुवार रात को स्टाफ के साथ गश्त पर थे। सुबह 4.30 बजे लौटे थे। इसी दौरान अलसुबह हैड कांस्टेबल चैनाराम ने पानी निकालते समय उनका पैर फिसल गया और वह टांके में गिर गए।
वहीं मृतक चैनाराम के बड़े बेटे खेमाराम ने पुलिस को रिपोर्ट देकर पिता की मौत की सही वजह और कारण की जांच करने की मांग की है। चैनाराम के बेटे खेमाराम ने बताया कि पिता ने गुरुवार शाम को छोटे भाई को फोन कर हालचाल पूछे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर चाखू थानाधिकारी समरवीरसिंह को जांच सौंपी है।
विधायक से बहस के बाद बेटा हुआ था गिरफ्तार…
बता दें कि दो दिन पहले 6 सितंबर को मृतक कांस्टेबल चैनाराम बाना के बेटे तिंवरी उपप्रधान खेमाराम बाना की ओसियां में एक सभा के दौरान ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा से बहस हो गई थी। ओसियां क्षेत्र के सिरमंडी, श्रीराम नगर व बाना का बास में विधायक दिव्या मदेरणा का जनसुनवाई, शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम था।
ग्राम पंचायत बाना का बास में शिलापट्ट पर स्थानीय प्रतिनिधि का नाम नहीं लिखने पर खेमाराम ने आपत्ति जताई थी। इस दौरान बाना की वहां मौजूद विधायक दिव्या मदेरणा से नोक-झोंक हुई थी। इसके बाद ओसियां एसपी मदन लाल रॉयल और थानाधिकारी राजूराम काला खेमाराम को धक्के मारते हुए पुलिस जीप में बैठाकर थाने ले गए थे।
स्थानीय नेताओं और लोगों द्वारा थाने पहुंचकर विरोध करने के बाद भी खेमाराम को नहीं छोड़ा था। लोगों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दबाव के चलते ओसियां पुलिस ने उप प्रधान खेमाराम को शांतिभंग में गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि कांस्टेबल चैनाराम अपने बेटे की गिरफ्तारी से आहत थे।
हेड कांस्टेबल चैनाराम (51) ओसियां उपखंड के गांव बाना का बास के रहने वाले थे। चैनाराम एक महीने पहले 10 दिन की छुट्टी पर अपने गांव गए थे। 1989 में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। करीब एक साल पहले ही बाप उपखंड के चाखू थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर लगाए गए थे।