बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में खेत में बने पानी के टांके में नाबालिग भाई-बहन के संदिग्ध हालत में शव मिले हैं। परिजनों ने बताया दोनों बच्चे बकरियां चराने गए थे, जबकि खेत मालिक ने घटना से इनकार किया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पानी के टंकी से बाहर निकालकर धोरीमन्ना अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना क्षेत्र के लूखू गांव के पास की है।
रिश्ते में आपस में चचेरे भाई-बहन हैं मृतक…
पुलिस के अनुसार, मृतक बच्चों के परिजनों ने रिपोर्ट देकर बताया कि दोनों नाबालिग घर से बकरियां चराने के लिए निकले थे। इस दौरान नाबालिग बालिका को प्यास लगी तो पानी पीने के लिए टांके पर गई थी। इस दौरान नाबालिग बालिका का पैर फिसल गया और वो टांके में गिर गई। बालिका को डूबता देख चचेरा भाई बचाने के लिए पीछे-पीछे टांके में कूद गया। तैरना नहीं जानने के कारण दोनों नाबालिगों की पानी में डूबने से मौत हो गई।
सामने आ रही अलग-अलग बातें…
पुलिस ने बताया कि दोनों नाबालिगों के शव घर से दो किलोमीटर दूर एक एक खेत में मिले हैं। खेत किसी अन्य दूसरे व्यक्ति है। परिजनों ने बकरियां चराने की बात कही है। वहीं, खेत मालिक ने बकरियां चराने की बात से इनकार किया है। खेत मालिक का कहना है कि यह खेत उसका है और इसमें कोई बकरियां चराने कैसे आ सकता है?
रविवार को मेले में गए थे दोनों, लेकिन घर नहीं पहुंचे…
पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक दो कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। परिजनों के अनुसार दोनों बकरियां चराने गए हुए थे और पैर फिसलने से नाबालिग लड़की टांके में गिर गई और बचाने उतरे नाबालिग भाई की भी डूबने से मौत हो गई। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि धोरीमन्ना कस्बे के अंबेडकर नगर लूखू गांव निवासी नाबालिग भाई (17) बहन (16) रविवार दोपहर करीब 1 बजे धोरीमन्ना में आलम जी मंदिर मेले में गए थे। मंदिर दर्शन करने के बाद दोनों वहां से अंबेडकर नगर लूखू गांव के एक खेत में टांके पर जाकर नाबालिग भाई-बहन ने शर्ट व चुनरी व चप्पल बाहर रखकर टांके में कूदकर जान दे दी।
शाम को करीब 6 बजे खेत मालिक पानी के लिए टांके के पास पहुंचा। बाहर चप्पल व कपड़े पड़े हुए देखकर संदेह हुआ। इसके बाद खेत मालिक ने आसपास के ग्रामीणों को सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। अंधेरा हो जाने के कारण टांके में कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। लकड़ी को टांके में डालकर देखा तो दोनों की लाश मिली, लेकिन दोनों की शिनाख्त नहीं हो सकी। पुलिस ने मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए शवों को रात में धोरीमन्ना हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया।
9वीं और 11वीं के छात्र हैं मृतक…
धोरीमन्ना थानाधिकारी सुखराम विश्नोई ने बताया कि सोमवार सुबह दोनों मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए। पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़का 11वीं क्लास में पढ़ता है वहीं नाबालिग लड़की 9वीं क्लास में पढ़ती है। दोनों एक ही स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल लूखू में पढ़ते हैं। दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन है। परिजनों द्वारा जो घटना बताई जा रही है। उस पर खेत मालिक को संदेह हो रहा है। ऐसे में हकीकत क्या है यह पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।