दौसा: राजस्थान के दौसा में एक कॉलेज छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने के बाद बेरहमी से मारपीट का मामला गरमा गया है जहां 10 लड़कों ने एक लड़की को बुरी तरह से सरेराह सुनसान इलाके में जमकर पीटा.जानकारी के मुताबिक लड़की अपने किसी दोस्त के साथ बाइक पर कॉलेज जा रही थी इसी दौरान कुछ लड़कों ने लड़की और उसके जीजा को पकड़ लिया और उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की गई. बताया जा रहा है कि मारपीट के बाद लड़की को बेहोशी की हालत में दौसा के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है.
बता दें कि यह घटना 17 मई की है लेकिन शनिवार को सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट गया जिसके बाद दौसा कांड के नाम से पूरा मामला ट्रेंड कर रहा है. वहीं ट्वीटर पर लोग इस वारदात की जमकर आलोचना करने के साथ ही इसे जातिगत रंग भी दे रहे हैं. हालांकि दौसा के दो बड़े नेता किरोड़ीलाल मीणा और जसकौर मीणा ने इस मामले पर अभी तक चुप्पी साध रखी है.
वहीं इस मामले में पुलिस ने अब तक एक आरोपी लड़के को दबोच लिया है और इसके अलावा एक नाबालिग को भी डिटेन किया गया है. बताया जा रहा है कि पीड़िता की हालत में अब सुधार है जहां उसका दौसा अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके अलावा मंत्री मुरारीलाल मीणा ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. घटना के मुताबिक 17 मई को कॉलेज से घर लौटने के दौरान एक छात्रा को करीब 10 छात्रों ने बीच रास्ते में रोका और उसके साथ छेड़छाड़ कर बेरहमी से मारपीट की. इसके अलावा बताया जा रहा है कि लड़की के साथ रेप करने की भी कोशिश की गई थी.
कई दिनों से परेशान थी पीड़िता
बता दें कि इस मामले पर पुलिस का कहना है कि 17 मई को दौसा जिला मुख्यालय के पास दोपहर एक राजकीय आईटीआई कॉलेज के पास घर जाने के दौरान करीब 10 लड़कों ने उसके साथ अभद्रता की और इसके बाद मारपीट की.हालांकि पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से फरार हो गए थे.इसके अलावा जानकारी मिली है कि पीड़िता के साथ पिछले कई दिनों से छेड़छाड़ की जा रही थी जिसकी शिकायत उसने कॉलेज प्रशासन को दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
पुलिस महकमे में मची खलबली
वहीं इस घटना के 3 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी तक आरोपी नहीं लगे हैं जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग पुलिस की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. इसके अलावा मामले ने धीरे-धीरे राजनीति का रंग भी ले लिया है जहां बीजेपी के कई नेता महिला सुरक्षा का मुद्दा बनाकर सरकार को घेर रहे हैं.