जयपुर। पुलिस कमिश्नरेट के सीएसटी के पुलिसकर्मी एक बार फिर विवादों में पड़ गए हैं। एसीएमएम क्रम-5 जयपुर महानगर द्वितीय कोर्ट ने एक दर्जन पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण की धारा समेत आईपीसी की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के करणी विहार पुलिस थाने काे आदेश दिए हैं। इस संबंध में खंडेला निवासी 62 वर्षीय प्रभूदयाल ने कोर्ट में मुकदमा दर्ज करने के लिए अर्जी लगाई थी। कोर्ट के आदेशों के अनुसार पुलिस टीम में शामिल महीपाल, देवा, सन्नी कुमार, खेम सिंह, मंगलज, रविन्द्र पाल सिंह, दीपक, ओमप्रकाश वर्मा व अन्य अनुसंधान में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 365, 367 व 389 के तहत दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस्तगासे के आधार पर थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेशों पर मामला दर्ज कर लिया है।
22 अगस्त को पकड़ा और 24 अगस्त को केस दर्ज
परिवादी प्रभूदयाल का आरोप है कि उसका बेटा अक्षय चौधरी रानी सती नगर खुद की होटल के पास बैठा हुआ था। जहां पर नामजद सभी आरोपी आए और उसको स्कॉर्पियों समेत अपहरण करके ले गए। उसके पास पांच लाख रुपए की नगदी, सोने की चेन व दो महंगी घड़ी थी। वह आरोपियों से अक्षय चौधरी से ले ली। यह घटना 22 अगस्त की है। तब बेटे का अपहरण हो जाने की भनक पर परिवादी ने एफआईआर के लिए डीसीपी व पुलिस थाने गए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 24 अगस्त को परिवादी के पास करणी विहार थाने से फोन आया और बताया गया कि अक्षय को एक मामले में गिरफ्तार किया है। दरअसल तब पुलिस ने अक्षय को तीन दिन बाद बैंक में डकै ती की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था और घटनास्थल दशहरा मैदान के पास बताया था।
पुलिस कार्रवाई की यह थी कहानी
जयपुर कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने नागौर की 5600 गैंग के 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कार्रवाई में बताया था कि बदमाशों के पास से 1 पिस्टल, 2 कारतूस, लोहे के सरिए, बेसबॉल के डंडे, मिर्च पाउडर, 2 लाख 35 हजार रुपए एवं वारदात में करने में प्रयोग लेने वाली 1 फोरच्यूनर गाड़ी बरामद की है। आरोपी दशहरा मैदान पार्क की दीवार के पास बैठकर निम्बार्क तिराहा के पास स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम को लूटने का प्लान बना रहे थे। पुलिस ने तब अक्षय के साथ में अशोक ढिलाण, इरफान अली, नदीम खान व रिजवान खान को भी गिरफ्तार किया था।
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