दिनेश डांगी : जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव चुनाव इसी साल के अंत में होने वाले है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिताऊ प्रत्याशियों की तलाश के लिए कांग्रेस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। इसी को देखते हुए पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से चुनाव हारे नेताओं से भी परहेज करने की तैयारी कर ली है।
सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव में 30 हजार या उससे बड़े अंतर से चुनाव हारे नेताओं को इस बार टिकट नहीं देने की चर्चाएं जोरों पर है। उच्च स्तर पर इसे लेकर एक फॉर्मूला बनाया जा रहा है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई के सामने भी बड़े अंतर से चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं देने की मांग जोर-शोर से उठी थी।
5 सीटों पर हार का अंतर 60 हजार से ज्यादा…
प्रदेश में 5 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस की हार का अंतर 60 हजार से भी ज्यादा है। इनमें सबसे बड़ी हार कुशलगढ़ में हुई है जहां पर कांग्रेस एलजेडी गठबंधन को 92 हजार63 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। यहां कांग्रेस की बागी रमिला खड़िया बड़े अंतर से चुनाव जीतीं। इसके अलावा किशनगढ़ में 67,521, भीलवाड़ा की शाहपुरा में 74 हजार 542, सिरोही 66 हजार 616 और बस्सी में 64252 वोटो से बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। बस्सी में कांग्रेस के बागी लक्ष्मण मीणा बड़े अंतर से चुनाव जीते।
इन सीटों पर हार का अंतर 30 हजार से ज्यादा…
रायसिंहनगर, भादरा, दूदू, विद्याधर नगर, सांगानेर, किशनगढ़ बास, थानागाजी, नगर, सोजत, पाली, सुमेरपुर, आहोर, झालरापाटन।