Alert in the country regarding Corona: देशभर में एक बार फिर कोरोना के आकड़े बढ़ रहे है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर आ गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय बैठक भी हुई है। इस बैठक में सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ-साथ राज्य सचिव भी मौजूद रहे। इस दौरान सभी राज्यों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए है।
24 घंटे में सामने आए 292 नए मामले
पिछले 24 घंटों में केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के 292 नए मामले सामने आए और तीन लोगों की जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, बुधवार सुबह 8 बजे तक देशभर में कोविड-19 के कुल 341 मामले सामने आए, जिनमें से 292 मामले केरल से हैं। मंत्रालय के मुताबिक, राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 2,041 हो गई है।
केरल में तीन लोगों की मौत
केरल में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से तीन मरीजों की मौत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में पिछले तीन साल में कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौतों की कुल संख्या 72,056 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को कोरोना से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करने की सलाह दी है। साथ ही हर दिन संक्रमण रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिए गए ताकि नए वेरिएंट के प्रभाव का सटीक आकलन किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक में कहा कि यह सभी राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक साथ आएं और मिलकर काम करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य राजनीति नहीं है, इसलिए इसे दूर रखना ही बुद्धिमानी होगी। हम सभी को सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन घबराएं नहीं और साहसपूर्वक कोरोना के खिलाफ जंग लड़ें।
अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल की तैयारियों के लिए मॉक ड्रिल, निगरानी बढ़ाना और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा, ”आइए हम हर तीन महीने में एक बार सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करें। मैं राज्यों को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन देता हूं।
केंद्र की राज्यों को सलाह
कोविड-19 मामलों में हालिया वृद्धि और केरल के बाद महाराष्ट्र और गोवा में जेएन.1 संक्रमण की पुष्टि के बाद, स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक सलाह जारी की है। जिसमें कहा गया है कि अस्पतालों की लगातार निगरानी बेहद जरूरी है. साथ ही टेस्टिंग पर भी जोर दिया। एडवाइजरी में कहा गया है, ”आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों को वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए क्योंकि सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है।