जयपुर। राजस्थान के दौसा में डीएसटी टीम पर फायरिंग में घायल कांस्टेबल आखिर जिंदगी की जंग हार गया। घायल कांस्टेबल प्रहलाद सिंह ने शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कांस्टेबल प्रहलाद सिंह का एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
एसएमएस हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जरी प्रोफेसर डॉ. अशोक गुप्ता ने कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के निधन की पुष्टि की है। न्यूरोसर्जरी प्रोफेसर डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि प्रहलाद के सिर में गोली के दो पार्ट थे। चिकित्सकों ने ऑपरेशन के जरिए एक पार्ट को बाहर निकाला गया था। जबकि दूसरा पार्ट काफी अंदर होने के चलते सिर में ही मौजूद था।
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर आरोपी को दबोचा…
बता दें कि दौसा में डीएसटी कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के सिर में गोली मारने वाले मुख्य आरोपी सेवर निवासी नवीन जाट को पुलिस ने 36 घंटे बाद दबोच लिया। आरोपी की तलाश में 500 पुलिसकर्मी की टीम लगातार जुटी रही।
हालांकि, इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई। इस मुठभेड़ में बदमाश के दाहिने पैर में गोली लगी। फिलहाल, आरोपी का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार जारी है। इससे पहले पुलिस और आरोपी के बीच आमने-सामने फायरिंग हुई।
क्रॉस फायरिंग में आरोपी को गोलियां लगी। वहीं आरोपी की ओर से की गई फायरिंग में दो पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए। पुलिस के जवानों ने फायरिंग के बीच साहस का परिचय देते हुए आरोपी को दबोचा। पुलिस ने बदमाश से हथियार भी बरामद किए है।
बदमाशों ने डीएसटी टीम पर की फायरिंग…
बता दें कि दौसा जिले के सिकंदरा थाना इलाके के रेटा गांव में बुधवार सुबह 8.45 बजे बाइक चोरों ने घिरने के बाद पीछा कर रही जिला विशेष टीम (डीएसटी) पर फायरिंग कर दी।
बदमाशों का पीछा करते हुए एक पुलिस कांस्टेबल प्रहलाद सिंह के सिर में गोली जा लगी। जिससे जवान को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान प्रहलाद सिंह ने दम तोड़ दिया।
जयपुर रेंज आईजी उमेश दत्ता ने कहा कि दौसा जिले के डोलिका राजवास गांव में पिछले दिनों हुई वाहन चोरी के मामले में पुलिस सक्रिय थी। बुधवार को डीएसटी टीम को कालाखोह गांव में वाहन चोरों के होने की सूचना मिली थी। डीएसटी टीम ने सड़क पर एक संदिग्ध को रुकवाने की लिए कार्रवाई शुरू की।