Congress Sankalp Satyagraha : नई दिल्ली। राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के विरोध में कांग्रेस आज महात्मा गांधी की समाधि पर सत्याग्रह कर रही है। राजघाट पर ‘संकल्प सत्याग्रह’ के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2017 के एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि जो पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किया था, वो अब बीजेपी पूरे देश में करना चाहती है। लेकिन, मैं पूछना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने OBC का अपमान कैसे किया? क्या जो लोग भाग गए वो OBC के हैं ? उन्होंने कहा कि मैं खुद भी ओबीसी वर्ग से हूं। लेकिन, बीजेपी सरकार ने ओबीसी वर्ग को गुमराह करने के लिए 6 अप्रैल से देश में अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
सीएम गहलोत ने कहा कि गुजरात में 2017 के चुनावी कैंपेन के दौरान पीएम मोदी ने एक प्रयोग किया था कि मुझे नीच कह दिया। जब गुजरात में कांग्रेस चुनाव हार रही थी कि तब मोदी ने जनसमुदाय में कहा कि मुझे एक कांग्रेसी नेता ने नीच कह दिया है। ऐसा ही भ्रम अब जेपी नड्डा को हो गया है। बीजेपी ने परसों ही तय किया है कि 6 अप्रैल से देशभर में अभियान चलाएंगे कि राहुल गांधी ने ओबीसी की बेइज्जती कर दी है। गहलोत ने बीजेपी से पूछा कि जो लोग भागकर गए है क्या वो ओबीसी के लोग है। चाहे नीरव मोदी हो या ललित मोदी। केंद्र सरकार चोरों को बचा रही है और कह रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी की बेइज्जती कर दी। मोदी ने गुजरात में जो कार्ड खेला था, वो ही कार्ड अब देश के अंदर खेलना चाहते है।
मैं तीसरी का बना सीएम, ओबीसी के लिए इससे बड़ा क्या मैसेज?
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस आजादी के वक्त से ही गरीबों के साथ रही है। राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री बनते ही सबसे ज्यादा आदिवासियों को अहमियत दी। वो मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में गए और बताया कि मैं महात्मा गांधी की तरह ही गरीबों के साथ हूं। लेकिन, ये लोग जानबूझकर ओबीसी वर्ग को गुमराह करने के लिए अभियान चलाना चाहते है। उन्होंने कहा कि मैं ओबीसी का नहीं हूं क्या? मैं राजस्थान में तीसरी बार मुख्यमंत्री हूं। विधानसभा में माली या सैनी समाज का मैं अकेला शख्स हूं। मैं तीसरी बार सीएम हूं, इससे बड़ा ओबीसी वर्ग के लिए क्या मैसेज हो सकता है। छत्तीसगढ़ के सीएम ओबीसी के नहीं है क्या? लेकिन, ये लोग देशवासियों को भड़काने के लिए निकल रहे है। इन लोगों को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।
इंदिरा और राजीव गांधी ने देश को खालिस्तान नहीं बनने दिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में संविधान की धज्ज्जियां उड़ रही है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। हिंदूस्तान जहां पर महात्मा गांधी के सानिध्य में पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे नेताओं ने और डॉ अंबेडकर के संविधान ने जिस देश को लोकतंत्र और संविधान दिया। 75 साल से हम लोग देश को एकता के सूत्र में पिरोए हुए है। इंदिरा गांधी की जान चली गई, पर खालिस्तान नहीं बनने दिया। देश एक रहा और अखंड रहा। देश के लिए राजीव गांधी शहीद हो गए।
टीका टिप्पणी करने वालों ने आजादी की जंग में क्या किया?
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि मीर जाफर की टीका टिप्पणी करने वालों ने आजादी की जंग में क्या किया। इन लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपनी उंगली भी नहीं कटाई। अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले आज सत्ता में आए हैं तो ये देश को किसने दिया। जनता को माई-बाप किसने बनाया। आज आप प्रधानमंत्री बने हो तो इस कारण बने हो। कुर्बानियां देकर देश को आजाद कराया है। पंडित नेहरू की नीतियों के कारण देश आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान की क्या हालत है, ये सभी को पता है।
मोदी सरकार ने रचा राहुल को कमजोर करने का षड्यंत्र
सीएम गहलोत ने कहा कि देश को अखंड रखने के लिए राहुल गांधी लगातार संघर्ष कर रहे है। इसके लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा भी निकाली। उनका महंगाई, बेरोजगारी और देश में भाईचारे से रहने का मुद्दा देश के सभी लोगों तक पहुंचा। केंद्र के पास एक अवसर था। अगर वो चाहते तो इन मुद्दों पर ध्यान देकर सुधार का प्रयास करते। लेकिन, इन लोगों ने यात्रा के पॉपुलर होने के साथ ही राहुल गांधी को कमजोर करने के लिए षडयंत्र शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने अडानी का मुद्दा उठाया तो ये लोग जवाब नहीं दे पाए। मेरे 50 साल के राजनीतिक करियर में मैंने पहली बार देखा है कि कोई मुद्दा आया हो, आरोप लगे। लेकिन नेता उस पर जवाब देने को तैयार नहीं हैं। आजादी के बाद पहली बार देखा कि कोई प्रधानमंत्री जवाब नहीं दे रहा है। जवाब तो दूर प्रधानमंत्री तो अडानी का नाम लेने को भी तैयार नहीं हैं।
मोदी के सामने स्पीकर और मंत्री तक नहीं बोल पाते
सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी आरोप लगा रहे है कि लंदन में राहुल गांधी जो बोलकर आए हैं, उसके लिए माफी मांगे। लेकिन, पीएम मोदी खुद बताए कि वो विदेशों में जाकर क्या-क्या बोले है। इसलिए माफी तो मोदी को मांगनी चाहिए। सच्चाई तो ये है कि पीएम मोदी को माफी मांगनी चाहिए, लेकिन वो राहुल गांधी से माफी मंगवाना चाहते है। राहुल गांधी ने तो जो बातें देश में बोली, वहीं बाते दूसरे देश में जाकर कही। फिर राहुल गांधी को किस बात की माफी मांगनी चाहिए। मोदी को संसद में बोलने तक का मौका नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी के सामने स्पीकर हो, उपराष्ट्रपति हो या मंत्री हो, कोई भी बोल नहीं पाता है। राहुल गांधी देश की आवाज बन रहे हैं और चुनौतियों को स्वीकार रहे हैं। आज देश में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही है। राहुल गांधी की भावना को आगे बढ़ाएंगे तो देश बच सकता है।