बेंगलुरु। कर्नाटक की नई सरकार के लिए शनिवार को बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। समारोह में शामिल होने के लिए कई नेता अब बेंगलुरु पहुंच रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बेंगलुरु पहुंच गए है। सीएम गहलोत ने देश में आगामी चुनाव को लेकर मीडिया से बातचीत की। सीएम गहलोत ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी पूरे देश में ओपीएस लागू करने की मांग की चुके हैं, उन्हें कर्मचारी हितों में इसे लागू करना चाहिए।
2024 से पहले कर्नाटक में बड़ी उपलब्धि…
कर्नाटक में कांग्रेस ने बहुत की शानदार विजय हासिल की है। यहां के लोगों ने छप्पर फाड़ के सहयोग किया है। कर्नाटक चुनाव से राजस्थान में भी नई शुरूआत हुई है। अब राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित देश में जहां-जहां चुनाव होंगे वहां कांग्रेस मजबूत होगी। अब लोग समझ गए है कि असलियत क्या है। मैं समझता हूं अब समय गया है देश में जो हालत कर रखे है वह बहुत ही चिंताजनक है। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स से राज चल रहा है। कब तक चलता रहेगा। जब सच बेधड़क के रिपोर्टर दिनेश डांगी ने सीएम गहलोत से सवाल पूछा कि जब कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, वो खुद दक्षिण मुक्त भारत हो गए है। इस सवाल पर सीएम गहलोत ने जवाब दिया कि कांग्रेस कभी मुक्त नहीं हो सकती है। जो लोग कांग्रेस मुक्त करने की बात कर रहे है, वह खुद मुक्त हो जाएंगे। दक्षिण में लोगों ने देख लिया है।
अब आप देखेंगे कि उत्तर भारत में यहीं स्थिती बनेगी। सच बेधड़क ने जब सीएम गहलोत से सवाल किया कि गारंटी से पंजाब में भी काम करा, असम ये भी यह सब निकला, कर्नाटक में भी काम करा। अब राजस्थान में गारंटी स्कीम की बारी है। इस सवाल का जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा, राज्य सरकार ने आमजन की सामाजिक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। महंगाई राहत कैंपों में 10 योजनाओं के माध्यम से उन्हें सामाजिक-आर्थिक संबल दिया जा रहा है।
हर वर्ग के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखकर ही योजनाएं बनाई गई हैं। प्रदेश में महंगाई राहत शिविर कार्यक्रम चल रहे है। एक करोड़ से अधिक लोग इसका लाभ उठा चुके है। हमारी ये स्कीम परमानेंट है। ये स्कीम मामूली नहीं है, ये स्कीम आगे भी परमानेंट रहेगी। ये कोई रेवड़ियां नहीं है, हालात देखते हुए उनको राहत देने का प्रयास है। 5 करोड़ से अधिक गारंटी कार्ड हो गए है। एक करोड़ परिवार का आंकड़ा पार हो गया है। पूरे प्रदेश में अच्छा अभियान चल रहा है। कर्नाटक में जो शुरूआत हुई वो आगे बढ़ेगी।