जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रदेश के 5.91 लाख से अधिक पालनहार लाभार्थियों के बैंक खातों में 146.74 करोड़ रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से ट्रांसफर किए जहां जुलाई महीने के 591730 लाभार्थियों को बढ़ी हुई सहायता राशि 87.36 करोड़ रुपए और जून महीने के 5,92,630 लाभार्थियों को 59.38 करोड़ रुपए उनके खातों में भेजे गए.
वहीं सीएम गहलोत के पालनहार लाभार्थी संवाद प्रोग्राम में दिया गया एक बयान अब काफी वायरल हो रहा है जहां गहलोत ने कहा कि “मुझे छल्ला लग गया, निमोनिया हो गया और अब दोनों पैर में फ्रैक्चर भी हो गए लेकिन फिर भी मैं अंतिम सांस तक प्रदेशवासियों की सेवा करता रहूंगा.
वहीं सीएम ने इस दौरान एक शायरी सुनाते हुए कहा कि न पूछो मेरी मंजिल कहां है, अभी तो सफर का इरादा किया है. ना हारूंगा हौसला उम्र भर, ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है.
भगवान का आदेश है- मैं आराम करूं
सीएम गहलोत ने कहा मेरे दोनों पैरों में चोट लगने के बाद मैं डॉक्टरों की सलाह से आज इस संवाद कार्यक्रम में आया हूंं जहां बच्चों के बीच आकर मुझे काफी अच्छा लग रहा है. उन्होंने बताया कि मेरे दोनों पैरों में चोट लग गई जिसके पीछे भी मैं ये मानता हूं कि भगवान यही चाहता होगा कि मैं थोड़े दिन आराम करूं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पिछले दिनों मैं बिना आराम किए लगातार दौरे कर रहा था तो भगवान ने चाहा है कि अब थोड़ा आराम करूं.
‘एक भी पात्र बच्चा नहीं रहे वंचित’
इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से संवाद करत हुए कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सुनहरे सपनों को साकार करने की हम सभी की जिम्मेदारी है और राज्य सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि बच्चों को महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पढ़ाएं और मुख्यमंत्री अनुप्रति निःशुल्क कोचिंग योजना में तैयारी कराकर उन्हें आगे बढ़ाए.
गहलोत ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के जरिए होनहार बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए भेज रही है.