Rajasthan Election: सीएम गहलोत का पीएम पर पलटवार, कहा-‘मोदी क्या गारंटी दे रहे हैं…वो चुनाव बाद राजस्थान ही नहीं आएंगे’

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए आखिरी बचे दो दिनों में सभी नेताओं…

New Project 2023 11 22T191407.192 | Sach Bedhadak

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए आखिरी बचे दो दिनों में सभी नेताओं ने जी जान लगा दी है। प्रदेश में बीजेपी खेमे की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाल रखा है। वहीं सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जगह-जगह सभाएं कर वोट मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावी माहौल में लगातार सक्रिय हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग यहां खुद को जादूगर कहते हैं। पीएम मोदी ने सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा अब राजस्थान में जादूगर का जादू खत्म हो गया है। राजस्थान में अब कांग्रेस ‘छू मंतर’ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान को दंगों, अपराधों व भ्रष्टाचार से मुक्त करो, कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में हर सरकारी भर्ती में घोटाला किया है। जन कल्याण को लेकर जहां कांग्रेस से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है।

इसी पर पलटवार करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ‘जादू चलेगा, वो कहते हैं कि कांग्रेस ‘छू मंतर’ हो जाएगी, लेकिन हम बताएंगे कि ‘छू मंतर’ कौन होगा।’ बता दें कि राजनीतिक गलियारे में गहलोत को ‘जादूगर’ कहा जाता है। सीएम गहलोत बुधवार को टोंक जिले के मालपुरा में एक चुनावी रैली में बोल रहे थे।

सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री द्वारा राजस्थान को गारंटी दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा मोदी क्या गारंटी दे रहे हैं और वह तो 23 नवंबर के बाद पांच साल तक राजस्थान आएंगे ही नहीं। इसके साथ ही गहलोत ने दावा किया कि राज्य के विधानसभा चुनाव में ‘जादू’ चलेगा और मतगणना के दिन साफ हो जाएगा कि कौन ‘छूमंतर’ होगा।

उन्होंने कहा, हमने जो गारंटी दी है उस पर बहस करें, हमने पांच साल में कहां कमी रखी है, हमारी योजनाएं धरातल पर उतरी हैं या नहीं.. उनकी कमियां बताएं… कानून पास किए हैं उनमें क्या कमी है ये बतायें… उस पर बहस ही नहीं हो रही है राजस्थान में.. और जनता चाहती है कि उस पर बहस हो।

अपराधियों के भाजपा से संबंध हैं…

उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड को चुनावी मुद्दा बनाने की भाजपा की कोशिश पर पलटवार करते हुए गहलोत ने दावा किया कि आरोपियों के संबंध भाजपा से थे और आरोपियों को अब तक फांसी हो जानी चाहिए थी, लेकिन राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा की जा रही जांच में देरी हुई, क्योंकि राज्य में चुनाव आ रहे थे।’

हमारी प्राथमिकता जनता है…

सीएम गहलोत ने कहा कि इस मामले के आरोपियों को पुलिस ने पहले एक अलग मामले में पकड़ा था, लेकिन भाजपा के लोगों ने उन्हें थाने से छुड़ा लिया। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उस घटना के बाद उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा और कांग्रेस के नेतागण मिलकर काम करेंगे, ताकि राज्य में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हो और हालात नियंत्रण में रहें। सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए और पीड़ित के घर गए। वहीं, भाजपा नेताओं ने हैदराबाद में अपने सम्मेलन में भाग लेने को वरीयता दी।

NIA नहीं बता रही कि मामले में क्या कार्रवाई हुई…

सीएम गहलोत ने कहा कि यह घटना गुलाब चंद कटारिया के विधानसभा क्षेत्र में हुई थी, जो अब असम के राज्यपाल हैं, लेकिन भाजपा के नेतागण अपने कार्यक्रम रद्द करने के बजाय हैदराबाद चले गए। उन्होंने कहा, अब कन्हैया लाल का परिवार कह रहा है कि एनआईए उन्हें नहीं बता रही कि मामले में क्या कार्रवाई हो रही है।’

‘लाल डायरी’ के मुद्दे को बताया बकवास

सीएम गहलोत ने एक साक्षात्कार में ‘लाल डायरी’ के मुद्दे को ‘बकवास’ बकवास करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों में कोई दम है तो इस डायरी को प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग या सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। बता दें, एक बर्खास्त मंत्री ने आरोप लगाया था कि लाल डायरी में गहलोत सरकार की कथित वित्तीय अनियमितताओं का विवरण है।

लोगों को गुमराह कर रहे हैं पीएम…

मुख्यमंत्री गहलोत ने महंगाई और ईंधन की ऊंची कीमतों के लिए राजस्थान को जिम्मेदार ठहराने के लिए भी प्रधानमंत्री पर पलटवार किया। उन्होंने पीएम मोदी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी को राजस्थान में पेट्रोल व डीजल की कीमतों की तुलना उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बजाय भाजपा शासित मध्य प्रदेश से करनी चाहिए, क्योंकि राजस्थान और मध्य प्रदेश की स्थितियां और दृष्टिकोण समान हैं जबकि हरियाणा और पंजाब की स्थिति राजस्थान से अलग हैं।

गहलोत ने पूछा, पीएम की क्या गारंटी है?

राजस्थान में अपने प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री बार-बार ‘मोदी की गारंटी’ की बात कर रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ‘वह क्या गारंटी दे रहे हैं? गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं एवं मोदी को राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई गांरटी पर बहस करनी चाहिए।