जयपुर। का आयोजन हुआ,जिसमें सीएम अशोक गहलोत ने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को अवॉर्ड देकर सम्मानित किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। अपने संबोधन की शुरुआत में ही सीएम ने अपनी बातों से पूरे माहौल को हल्का कर दिया।
इससे पहले सीएम ने अधिकारियों को पुरस्कार वितरित किए। सीएम एक्सीलेंस अवॉर्ड से मुख्यमंत्री गहलोत ने किए पुरस्कार वितरित, पाली कलेक्टर नामित मेहता, झालावाड़ कलेक्टर भारती दीक्षित, उदयपुर कलेक्टर ताराचंद मीणा, बाड़मेर कलेक्टर लोकबंधु, आयोजना संयुक्त सचिव सुशील कुलहरि, सीएस क डॉ. नीत कार्यालय प्लान, मॉनिटरिंग निदेशक डॉ. नीतीश शर्मा को सम्मानित किया।
40 प्रतिशत अंग्रेजी समझ में आती है
दरअसल सीएम गहलोत ने अपना संबोधन करते ही कहा कि सबको पता है कि मैं इंग्लिश में बहुत कमजोर हूं, इसलिए उषा शर्मा दामोदरन जी की अंग्रेजी की बातों को मुझे बार-बार हिंदी में ब्रीफ कर रहीं, कि मुझे यहां आकर क्या कहना है और मैंने इस बात का ध्यान रखा। इंग्लिश बोलने में मुझे 40% समझ में आती है, बाकी लिखकर मुझे लिखकर कोई देता रहे। सीएम गहलोत ने कहा कि इसमें कोई शर्म नहीं है इंसान को अपनी अंतिम सांस तक सीखते रहना चाहिए।
अब आप दामोरन जी को ब्रीफ करो
इतना कहते ही उन्होंने मंच पर बैठी मुख्य सचिव उषा शर्मा की और इशारा करते हुए कहा कि अब आप दामोदरन जी को इन्हें ब्रीफ करो। मैंने आपकी बात रखी। इस पर पूरा सभागार हंसी ठिठोली से गूंज गया। यही नहीं सीएम के कहते ही उषा शर्मा खड़ी होती हैं तो अशोक गहलोत ने यह कहकर रोक देते हैं कि अरे बैठिए..महिला हैं आप… इस दौरान पूरा सभागार फिर से हंसी से गूंजने लगता है।
सीएम ने कहा कि टूटी-फूटी इंग्लिश मुझे आती है, जितनी दामोदरन जी को हिंदी आती है, जिस पर सभी अधिकारी हंसने लगे। सीएम ने कहा कि इतनी इंग्लिश मुझे आती है पर परफेक्शन ज्यादा काम का होता है। 40% अंग्रेजी आ गई, मैं 100% प्राप्त कर सकूं वह ज्यादा अच्छा है। इसलिए मैंने देखा कि मुझे हर बात समझनी चाहिए, यह चीज एक्स्ट्रा ऑर्डिनेरी है।
आपकी भूमिका शानदार है
सीएम ने कहा कि मैं जब पहली बार सांसद बना था, मैं इंदिरा गांधी के साथ केंद्रीय मंत्री बना। राजीव गांधी के साथ राज्य मंत्री बना। मुझे ब्यूरोक्रेसी के साथ में डील करने का बहुत अनुभव करीब रहा है। मुझे गर्व है यह कहते हुए कि हमारी ब्यूरोक्रेसी की भूमिका वर्तमान में जो है वह बेहद शानदार है। सीएम ने कहा सरकार आती है जाती है लेकिन जो आपकी सेवा है, उसकी भूमिका एक अलग होती है। आप उसे निभा रहे हैं, उसका परिणाम है कि आज हमारा देश का मान सम्मान पूरी दुनिया के अंदर है। ये कोई मामूली बात नहीं है।
ब्यूरोक्रेसी की वजह से हम नंबर 1
सीएम ने कहा कि देश की तरक्की में बहुत बड़ा योगदान होता है। आज का जमाना है IT का। राजीव गांधी ने 21वीं सदी में आईटी तकनीक का सपना संजो लिया था। आज हमारी क्षमता बढ़ी है तो उनका सपना पूरा हो रहा है कि देश तकनीक में आगे बढ़ रहा है। जब मैैं मुख्यमंत्री बना था तो तीन प्रतिशत बजट आईटी के लिए रखा था। आज आईटी में हम नंबर वन हैं। इसमें आप लोगों का योगदान भी है। आज हम कह सकते हैं कि जो बड़ी उपलब्धियां राजस्थान की हैं उसमें आपका बहुत बड़ा महत्व है। जो गुड गवर्नेंस हम दे पा रहे हैं लोगों को वह आपके बगैर संभव नहीं है।
अगर हमारे देश की ब्यूरोक्रेसी मजबूत नहीं होती.. अब मूल्यों में गिरावट आई है, वह हर जगह राजनीति में हो या ब्यूरोक्रेसी में हो लेकिन सेवा का संकल्प होना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं उस गिरावट को रोकने के लिए। सिर्फ कलेक्टर बनना ही सब कुछ नहीं होता। उसको नॉलेज कितनी है इस पर सब कुछ निर्भर है। देश दुनिया में जो भी हो रहा है क्या हो रहा है उसकी जानकारी आपको रखनी चाहिए।
आपकी पर्सनैलिटी पर गर्व होना चाहिए
सीएम ने कहा कि आप की मुख्य सोच संविधान के प्रति निष्ठा होनी चाहिए। देश में जो कुछ भी हो रहा है, दबाव है चाहे वह जुडिशरी हो, इनकम टैक्स हो, ईडी, सीबीआई, इलेक्शन कमिशन, यह शुभ संकेत नहीं है देश के लिए। आप की भूमिका हर जगह है। अगर देश दबाव में चलेगा तो यह देश हित में नहीं रहेगा। आपकी पर्सनैलिटी के मायने क्या है। उस पर आपको गर्व होना चाहिए। मैंने कई अधिकारियों के साथ काम किया है वे आज सेवानिवृत्त होकर समाज सेवा कर रहे हैं। इनसे हमें सीखना चाहिए।
आर्थिक विकास की दौड़ में हम दूसरे नंबर पर
सीएम ने कहा कि आप 35 साल की सर्विस पूरी कर लीजिए अलग बात है लेकिन 35 साल की सर्विस में आप उस मुकाम तक पहुंचते हैं, आपके पर्सनैलिटी का लेखा-जेखा होने लगे तो यह बहुत बड़ी बात है। हमें जो मिशन 2030 बनाया है। हम कई मामलों में देश के अंदर नंबर वन हैं। आज राजस्थान देश में आर्थिक विकास की दौड़ में नंबर दो पर है। आंध्र प्रदेश पहले नंबर पर है। शिक्षा में, स्वास्थ्य में जो हमने योजनाएं बनाई है उसको कामयाब करना आपके हाथ में है। जो आप लोगों ने माहौल बनाया है, कोरोना के दौरान जो काम किया है आपने उसके चलते राजस्थान का मान सम्मान देश में ही नहीं दुनिया में बड़ा किया है।
बता दें कि इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव उषा शर्मा, DGP उमेश मिश्रा, सिविल सर्विसेस के लोकसेवक अधिकारी मौजूद रहे। वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा कि अधिकारियों के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। महंगाई राहत शिविर को सफल बनाने की जिम्मेदारी भी है। अभी तक अधिकारियों ने, फ्लैगशिप कार्यक्रमों को सफल बनाया है। मैं जनता से अपील करता हूं कि शिविर में ज्यादा से ज्यादा आकर सेवाओं का लाभ लें।