धौलपुर । राजस्थान के धौलपुर जिले में सात साल की मासूम को 4.50 लाख रुपए में बेचने का मामला सामने आया है। इतना ही नहीं खरीदने वाले 38 साल के शख्स ने मासूम के साथ ब्याह भी रचा लिया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बच्ची के हाथों में मेंहदी लगी हुई और पैरों में पायजेब पहन रखी थी। सात साल की बच्ची को यह तक भी नहीं पता कि उसको खुद के पिता ने बेच दिया और एक अधेड़ शख्स ने उसके साथ ब्याह रचा लिया। पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए 7 वर्षीय बच्ची को दस्तयाब कर लिया है। वहीं, बच्ची को खरीदने वालों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो घरवालों के होश उड़ गए। पहले तो वो बच्ची को रिश्तेदार बताते रहे। लेकिन, जब मेंहदी और पायजेब का जिक्र करते पुलिस ने घरवालों से सख्ती से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। घरवालों ने बताया कि उनका परिवार मध्यप्रदेश का रहने वाला है। हत्या के एक मामले में जेल जाने के बाद बदनामी होने के कारण उनके बेटे की शादी नहीं हो पा रही थी। जिसके चलते कुछ साल पहले ही वो विरजापुरा गांव में आकर बस गए। लेकिन, जब बेटी की शादी नहीं हो पाई तो पैसे देकर एक बच्ची को खरीदा और बेटे से उसकी शादी करवा दी। फिलहाल, पुलिस बच्ची को बेचने वाले पिता की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस पहुंची तो काटॅून देख रही थी मासूस
मनियां सीओ दीपक खंडेलवाल ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि मनियां थाना क्षेत्र के विरजापुरा गांव में एक अबोध बालिका को कुछ लोग खरीदकर लाएं हैं। जिससे एक अधेड़ का विवाह कर दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विरजापुरा गांव में दबिश दी। जहां खेतों पर बने अकेले मकान में महेंद्र का परिवार रहता है। घर के अन्दर देखा गया तो एक 6-7 वर्ष की बालिका मिली, जिसके हाथों में मेहंदी लगी हुई थी। साथ ही बालिका ने पायल, बिछिया भी पहन रखे थे। उस समय बालिका मोबाइल पर कार्टून देख रही थी।
सख्ती से पूछताछ पर गुनेहगारों उगल दिया राज
उन्होंने बताया कि घरवालों से जब पूछताछ की तो उन्होंने रिश्तेदार होना बताया। लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो इन लोगों ने गुनाह कबूल करते हुए सच का खुलासा कर दिया। महेंद्र के परिजनों ने बताया कि वो बालिका को किसी व्यक्ति से साढ़े चार लाख रुपये में खरीद कर लाए है और 21 मई को बच्ची की शादी विरजापुरा गांव के ही 38 वर्षीय भूपाल सिंह के साथ कराई है। बच्ची को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। पुलिस ने बच्ची को मौके पर दस्तयाब किया है।
पूर्व में हत्या के मामले में जेल जा चुका है परिवार
उन्होंने बताया कि बच्ची को खरीद कर लाने वाला परिवार मूलत: मध्यप्रदेश का है। जो अभी धौलपुर जिले के मनिया थाना इलाके में आकर रह रहा है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि यह परिवार पूर्व में हत्या के एक मामले में जेल जा चुका है। बाद में बदनामी के डर से एमपी छोड़कर यहां आकर बस गया है। मानव तस्करी करने वाले परिवार के लोगों ने बच्ची को बिछौला से सुल्तान के घर से खरीदा था। इन लोगों बच्ची के पिता को ही रकम सौंपी थी। बच्ची को साढ़ चार लाख रुपए में खरीदकर लाने के बाद इन लोगों ने 21 मई को महेंद्र के 38 साल के बेटे भूपाल सिंह से शादी करा दी थी।
इस प्रकरण में कौन-कौन शामिल, जांच जारी
उन्होंने बताया कि यह प्रकरण मानव तस्करी, बाल विवाह व पोक्सो एक्ट का है। मनियां थाने के बाल कल्याण अधिकारी एएसआई सुरेशचन्द के द्वारा प्रकरण दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि खरीद फरोख्त व बाल विवाह बहुत गुपचुप तरीके से किया गया था। इस पूरे मामले में और कौन-कौन शामिल है, जानकारी की जा रही है। वहीं, बच्ची के परिजनों की तलाश के लिए टीम भेजी गई है।