जयपुर। राज्य सरकार की ओर से लगाए जा रहे महंगाई राहत शिविरों का बहिष्कार कर जयपुर में आंदोलन पर डटे प्रदेशभर के हजारों मंत्रालयिक कर्मचारियों का आंदोलन सोमवार को 15 वें दिन भी जारी रहा। सोमवार का दिन राजधानी में कर्मचारियों के आंदोलन के नाम रहा जहां पर अलग-अलग विभागोें से जुड़े कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदेालन किया।
प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों ने धरनास्थल से पोस्टकार्ड भेज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जन्मदिन की बधाई देते हुए आंदोलन की रणनीति में बदलाव किया है। इसके तहत पहले दिन पोस्टकार्ड लिखे गए। वहीं, मंगलवार को महापड़ाव स्थल पर सद्बुद्धि यज्ञ होगा और बुधवार को सीएम के जन्मदिन के दिन पर कर्मचारी अपना रक्तदान कर समाज सेवा करते हुए अपनी मांग सरकार तक पहुंचाएंगे।
न्यायोचित मांगों के आदेश जारी करें
राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनर तले लिखे गए पोस्टकार्डमे कर्मचारियों ने सीएम अशोक गहलोत को राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए आभार जताया व धन्यवाद दिया। वहीं, लिखा कि राजस्थान का मंत्रालयिक कर्मचारी 10 अप्रैल से सामूहिक अवकाश पर हैं और 17 अप्रैल, 2023 से शिप्रा पथ पर भीषण गर्मी, अंधड़, तूफान, बारिश में महापड़ाव डाले अपने न्यायोचित मांगों के लिए बैठे हैं। ऐसे में आपसे अनुरोध है कि अति शीघ्र हमारी न्यायोचित मांगों के आदेश जारी करें।
विद्युत भवन पर धरना- प्रदर्शन
पावर इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के नेतृत्व में कनिष्ठ अभियंता विद्युत भवन पर एकजुट हुए। जहां, विद्युत निगमों के कनिष्ठ अभियंताओं ने जयपुर में धरना-प्रदर्शन किया। इसमें वेतन विसंगति और एसीपी विसंगति (पदोन्नति के मामला) के निस्तारण की मांग की। इसके बाद अभियंताओं ने राजस्थान विद्त प्रसार यु ण निगम के चेयरमैन आशुतोष एटी पेडणेकर को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद धरना शुरू हुआ। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष हेमन्त कुमार के अनुसार बिजली निगमों के कनिष्ठ अभियंता कई सालों से वेतन और एसीपी विसंगति को लेकर परेशान हैं।
मांगे नहीं मानी तो कल से डालेंगे जयपुर में महापड़ाव
राजस्थान अधीनस्थ कं प्यूटर कर्मचारी संघ के आह्वान पर प्रदेश के सहायक प्रोग्रामर और सूचना सहायक कर्मचारी 24 अप्रैल से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर चल रहे हैं। सहायक प्रोग्रामर और सूचना सहायक कर्मचारियों ने वेतन विसंगति की मांग को लेकर सोमवार को जयपुर कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना दिया। प्रदेशाध्यक्ष कपिल चौधरी ने बताया कि 2 मई तक जिलों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सरकार कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है तो कर्मचारी बुधवार को जयपुर में महापड़ाव डालेंगे। जिला अध्यक्ष सुभाष यादव ने बताया कि कार्मिकों के अवकाश से रजिस्ट्री से लेकर लाइसेंस नवीनीकरण, जाति प्रमाण पत्रों का काम लंबित है।
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