अलवर। राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना में हुए ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की अब तक की जांच में सिलारपुर सरपंच पति दिनेश कुमार यादव की हत्या की मुख्य वजह पुरानी रंजिश की बात सामने आई है। पुलिस ने पूर्व सरंपच की हत्या की साजिश रचने वाला मुख्य सरगना सत्यप्रकाश (26) उर्फ सत्या उर्फ चनिया गिरफतार को किया है।
बता दें कि 31 मई को अलवर जिले के नीमराना क्षेत्र में सिलारपुर गांव के खेत में काम कर रहे पूर्व सरपंच दिनेश यादव (40) की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई थी। आरोपी सत्यप्रकाश ने दिनेश यादव पर 7 राउंड फायर किए गए थे। उनके सिर, सीने और पैर में 4 गोलियां लगी थीं। गोली लगने से दिनेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई थी।
भिवाड़ी एसपी अनिल बेनीवाल ने बताया कि आरोपी सत्यप्रकाश नाघोड़ी गांव का रहने वाला है। आरोपी पर पूर्व में भी शराब ठेके पर मारपीट समेत कई आरोप हैं। आरोपी ने लोकल गैंग बना रखी है। वह अविवाहित है और उसके पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी सत्यप्रकाश ने बताया कि घटना से 10 दिन पहले पहले उसने पूर्व सरपंच को मारने की साजिश रची थी। दिनेश यादव की हत्या करने के लिए उसने दो अन्य आरोपियों यशपाल और सचिन को भी शामिल किया था। सत्यप्रकाश ने दोनों को एक साल पहले यूपी से हथियार खरीदकर दिए थे। आरोपी ने एक पिस्टल और दो देसी कट्टे उसके पास होने की बात कबूल की है।
मेले में हुआ था विवाद…
पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कुछ दिन पहले नीमराना में हनुमान मेला भरा था। वहीं पर मेरे साथी यशपाल से दिनेश यादव का झगड़ा हुआ था। इसके बाद वह हर तरीके के काम में हस्तक्षेप करने लगा था। इससे परेशान होकर पूर्व सरपंच को मारने का प्लान बनाया।
वारदात के बाद चला गया हरिद्वार…
हत्या की पूरी योजना बनाने के बाद आरोपी सत्यप्रकाश हरिद्वार चला गया। वहीं उसके साथी यशपाल और सचिन वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस मुख्य आरोपी सत्यप्रकाश तक पहुंची। आरोपी को रिमांड पर लेकर हत्याकांड के बारे में पूछताछ कर रही है। फिलहाल, वारदात को अंजाम देने वाले सत्यप्रकाश के दोनों साथी यशपाल और सचिन पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
जानिए क्या था मामला…
गौरतलब है कि 31 मई की सुबह नीमराना क्षेत्र के सिलारपुर की सरपंच भतेरी देवी के पति पूर्व सरपंच दिनेश यादव बारिश के बाद सुबह खेत में ट्रैक्टर से जुताई कर रहा था। इसी दौरान बाइक पर यशपाल व सचिन पहुंचे। बदमाशों ने ट्रैक्टर पर चढ़कर दिनेश यादव पर ताबड़तोड गोलियां चला दीं। दिनेश के सिर और पैर समेत शरीर में चार जगह गोली लगी। गोली लगने से दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक दिनेश यादव के भाई रूपेश कुमार पुत्र श्रीराम यादव ने सिलारपुर के अमित, पिंटू, सोनू पहलवान, जय वीर और नागोड़ी गांव के सत्यप्रकाश उर्फ सत्या पुत्र हिम्मत सिंह, वीरेंद्र पुत्र बुग्गाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
हत्याकांड़ का खुलासा करने के लिए पुलिस की 5 विशेष गठित टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई करते हुए संदिग्ध अपराधियों की पकडने के लिए हर एंगल से जांच की। पुलिस की टीमों ने हरियाणा के अटेली मंडी नारनोल, रेवाड़ी, हरियाणा, झज्जर समेत कई स्थानों पर लगातार छापेमारी की और साइबर क्राइम टीम की सहायता से संदिग्ध आरोपियों की पहचान करते हुए पूछताछ की। जिस पर टीमों ने आरोपी सत्यप्रकाश उर्फ सत्या उर्फ चनिया पुत्र हिम्मत यादव निवासी नघोड़ी थाना नीमराना जिला भिवाडी अलवर को दबोचा। जिससे सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल किया। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।