जयपुर। आज Jaipur Blast की 15वीं बरसी है। आज भाजपा पूरे जयपुर में धरना प्रदर्शन कर रही है। अलग-अलग जगह कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। भाजपा नेता हनुमान चालीसा का पाठ कर, हवन यज्ञ कर मृतकों की आत्मा की शांति की कामना कर रहे हैं और कांग्रेस के खिलाफ विरोध जता रहे हैं। उन्होंने इस ब्लास्ट के आरोपी आतंकियों को बरी कोर्ट से बरी करने को लेकर विरोध जताया है।
हवामहल क्षेत्र में सीपी जोशी का धरना
हवामहल विधानसभा क्षेत्र में धरना देते हुए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि जयपुर ब्लास्ट के आतंकियों के लिए यह सरकार बिल्कुल भी सजग नहीं रही। अपनी सरकार बचाने के लिए दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट के वकील खड़े कर सकते हैं लेकिन इस हमले में 71 लोगों के न्याय के लिए इन्हें एक वकील नहीं मिला।
सरकार की तरफ से जो AAG को पैरवी करनी चाहिए थी, वह 48 दिनों तक तो दिखाई नहीं देता है। यह कोई सामान्य घटना नहीं थी एक आतंकी घटना थी। 71 लोगों ने अपनी जान गवा दी। आज 15 साल हो गए लेकिन वह लोग न्याय से वंचित हैं। एक आतंकवादी बाटला हाउस एनकाउंटर में मरता है तो उसके लिए सोनिया गांधी की आंखों में आंसू निकल आते हैं और यह हम नहीं कह रहे हैं यह तो कांग्रेस पार्टी के नेता सलमान खुर्शीद कहते हैं। आतंकवादियों का इतना पक्ष लेने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है। जयपुर की जनता, राजस्थान की जनता यह सवाल पूछ रही है। हमने पीड़ित परिवार के साथ मिलकर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी अर्जी लगाई है। क्या सरकार इतनी कमजोर है कि वह अर्जी नहीं लगा सकती, लेकिन बीजेपी ने यह काम किया है।
किशनपोल में राजेंद्र राठौड़ का धरना
किशनपोल विधानसभा में धरने को संबोधित करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुझे वेदना है। हम कोई राजनीति नहीं करना चाहते लेकिन हम सामाजिक प्राणी हैं और इस समाज के 71 लोग जान से बेजान हो जाएं, 150 लोग अपने शरीर में घाव को लेकर घूमने को मजबूर हो और उसके बाद भी जब हम पूछते हैं कि इन्हें जान से बेजान करने का दोषी कौन है, तो कानून यह कहता है कि कोई दोषी नहीं है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में इस मामले के मजबूत तर्क थे। आखिर में न्यायाधीश खड़े हुए तो कलम को तोड़कर खड़े हुए। फांसी की सजा की बात कहते हुए खड़े हुए। इन अपराधियों को इस जहान में रहने का कोई हक नहीं है।
राठौड़ ने कहा कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं। सितंबर के अंदर 13 जून की घटना के बाद में दिल्ली में आतंकवादियों की सूचना मिलती है कि बाटला हाउस में आतंकी छिपे हैं। पुलिस को देखकर वह गोली चलाते हैं इसमें एक शूरवीर इंस्पेक्टर शर्मा शहीद हो जाते हैं। दो आतंकवादी मारे जाते हैं। एक आतंकवादी पकड़ा जाता है, एक भाग जाता है। सोनिया गांधी कहती है कि ये किस प्रकार का न्याय किया है कि नौजवानों को गोली क्यों मारी गई। मेरी आंखों में आंसू निकल गए और उन्हीं को मानने वाली यह सरकार जो कोटा में पीएफआई को हिजाब रैली की अनुमति देती है।
जो सरकार के सरपरस्ती के अंदर करौली में राम रथ यात्रा पर हमला होता है। उस पर कार्रवाई नहीं होती। जो पीड़ित हैं मार खाते हैंं उनके खिलाफ कार्रवाई होती है। जो सरकार तुष्टिकरण में वोट बैंक को ढूंढती है, उसी सरकार के इंसाफ मांगने यह जयपुर के वासी सड़कों पर बैठे हुए हैं। मुझे अफसोस है कि कल जब हमारे रिपीटेशन पर अचानक सरकार के वकील आए और कहे कि हम भी इसमें पार्टी हैं तो सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप अभी तक कहां थे, तो वो बोले कि अभी तक हम तैयारी कर रहे थे, यह कैसी तैयारी है।
आमेर में सतीश पूनिया
आमेर विधानसभा क्षेत्र में धरने को संबोधित करते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार किस मुंह से लोक कल्याणकारी होने का दावा करती है, किस मुंह से सर्वधर्म समभाव की बात करती है, किस मुंह से शांति की बात करती है इसलिए मैं आमेर के कार्यकर्ताओं की धन्यवाद दूंगा कि आप पीड़ित परिवार के लोगों को इंसाफ मांगने के लिए न्याय मांगने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ कर अपने प्रार्थना को प्रभु श्री राम के चरणों में अर्पित किया है।
जो प्रार्थना सच्चे मन से की जाती है तो पीड़ित परिवार के साथ पार्टी खड़ी है और हमने उस प्रार्थना के जरिए यह उम्मीद जताई है कि उन पीड़ितों की आत्मा को शांति मिलेगी। इस तरीके के षड्यंत्रकारी और विभाजन कारी लोगों को निश्चित रूप से दंड मिलेगा। सख्त से सख्त सजा मिलेगी। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। इस सरकार ने लगातार हमारी आस्था पर चोट की है। अलवर में क्रेन से भगवान शिवलिंग को उखाड़ दिया गया। यह सबने देखा है। इसलिए आज हम यहां सब इकट्ठे हुए हैं। अदालत से भी हमने गुहार लगाई है।
जयपुर भर में प्रदर्शन, हो रहा हनुमान चालीसा का पाठ
इसके अलावा मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने, सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अरुण चतुर्वेदी ने धरने को संबोधित किया। बता दें कि आज इस धरने में हजारों लोग मौजूद हैं और हनुमान चालीसा पाठ व यज्ञ-हवन कर रहे हैं।
साल 2008 में जयपुर में हुए थे बम धमाके…
बता दें कि 13 मई, 2008 को जयपुर में हुए सीरियल बम ब्लास्ट (Jaipur Blast) में 71 लोगों की मौत होने के साथ ही 185 लोग घायल हुए थे। बम ब्लास्ट मामले में सैर्फुरहमान, मोहम्मद सलमान, सरवर आजमी और सैफ को जयपुर जिला विशेष न्यायालय ने 20 दिसंबर, 2019 को फांसी की सजा सुनाई थी। जिसके खिलाफ चारों ने उच्च न्यायालय में अपील की थी। उच्च न्यायालय ने 29 मार्च को फांसी की सजा पलटते हुए चारों को पुख्ता सबूत नहीं होने पर बरी कर दिया।