(पंकज सोनी) जयपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर आए गृह मंत्री अमित शाह ने नागौर और दौसा के कार्यकर्ताओं के साथ अलग से की बैठक में यह ऐलान किया। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने नागौर सीट पर हनुमान बेनीवाल की पार्टी रालोपा के साथ समझौता करते हुए अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। इन दिनों बेनीवाल भाजपा से इतर चल रहे हैं। वहीं दौसा सीट 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा ने बेहद कम अंतर से जीती थी।
शाह ने भरतपुर के लक्ष्मी पैलस में इन दोनों लोकसभा सीट के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करते हुए आने वाले दिनों के लिए टास्क भी दिए। शाह ने कहा कि हर सीट पर कोई न कोई कार्यकर्ता ही संगठन की ताकत से चुनाव लड़ेगा। यह मान लीजिए कि किसी भी सीट पर टिकट दिया गया है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का निर्णय है। चुनावों में उसी उत्साह के साथ काम करना है। जिताने की जिम्मेदारी पार्टी कार्यकर्ताओं की रहेगी।
देश की 70 चिह्नित सीटों का जिम्मा संभालेंगे शाह
भाजपा ने देशभर में 70 ऐसी लोकसभा सीटों को चिह्नित किया है, जहां पार्टी के समीकरण कमजोर माने जा रहे हैं। इन 70 सीटों पर सीधा जिम्मा अमित शाह को दिया गया है। राजस्थान से दौसा और नागौर सीट को इसमें शामिल किया गया है। शाह के कार्यालय से इन सीटों पर नजर रखी जाएगी। इन सीटों पर पार्टी मजबूत नेटवर्क तैयार करने की कवायद कर रही है। जातिगत समीकरण साधने के हिसाब से विधानसभा चुनाव में टिकट बांटे जाएंगे।
अगली बैठक में लेंगे फीडबैक
गृहमंत्री शाह ने इन दोनों सीटों पर प्रमुख कार्यकर्ताओं को 23 बिंदुओं को नोट करवा कर उस पर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बूथ, शक्ति केंद्र और मंडल मजबूत करें। केवल कागजों में नहीं धरातल पर भी। चुनाव आने तक हर मतदाता तक चार-चार बार भाजपा का कार्यकर्ता पहुंचे, इस तरह की योजना बनाएं। शाह ने सहकारी सोसायटियों और डेयरी के पदाधिकारियों से संपर्क बढ़ाने, हर बूथ पर 10 वाट्सएप ग्रुप तैयार करने और 15 बाइक रखने वाले कार्यकर्ताओं की टीम बनाने का सुझाव दिया। ग्रामीण इलाकों में वॉल राइटिंग करने पर भी फोकस करने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि अगली बैठक जब भी होगी, इसकी जानकारी साथ में लेकर आनी होगी।