हनुमानगढ़। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हनुमानगढ़ दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों पर तीखा हमला बोला। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में जमकर कसीदें गढ़ें। जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक दलों ने सिखों के साथ सिर्फ राजनीति की। किसानों के नाम पर बड़े-बड़े नारे जरूर दिए गए। बड़ी-बड़ी बातें जरूर की गईं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान के लिए जमीन पर परिवर्तन लाने वाले काम किया।
राजस्थान के हनुमानगढ़ में सिक्ख समाज की ओर से आयोजित किसान संगत अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि किसान संगत के साथ-साथ यह राजनीतिक मंच भी है। देश के अन्नदाताओं के साथ किस तरीके से लंबे समय तक छल हुआ है, यह हम सभी को पता है। फसल बीमा योजना तो पहले भी थी, लेकिन किसानों को इसके नाम पर पहले धोखा मिलता था, उन्हें बरगलाया जाता था। लंबे समय से बहुत से नेता आपने आप को किसान नेता साबित करने में लगे हुए है। लेकिन, सच्चाई ये है कि किसानों के साथ बड़े-बड़े नारे जरूर नारे दिए गए। लेकिन, सही मायने में किसानों के लिए जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, वो किसी ने नही किया है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने किसानों की तकलीफ को समझा और अन्नदाताओं के लिए प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना शुरू की। योजनाएं तो पहले भी थी, लेकिन किसानों को इंश्योरेंस कंपनियों से धोखा मिलता था। किसानों को बहकाया जाता था। लेकिन, पीएम मोदी ने किसानों की समस्याओं को समझकर उसका जवाब देने का काम किया। देश में एक करोड़ 20 लाख किसानों के केस को सेल्ट करने का काम नरेंद्र मोदी की सरकार ने किया। किसान सम्मान निधि में आज 11 करोड़ 78 लाख किसान जुड़े हुए है। उनमें से 77 लाख किसान हमारे राजस्थान के है।
नड्डा ने बताया-पहले और अब में कितना परिवर्तन
जेपी नड्डा ने परिवर्तन की बात करते हुए कहा कि एक समय में एक प्रधानमंत्री कहते थे कि मैं एक रुपया भेजता हूं, तब 15 पैसे आप तक पहुंचते है। लेकिन, आज पीएम मोदी एक बटन दबाते है तो 11 करोड़ 78 लाखों के खातों में 2-2 हजार रुपए के हिसाब से कुल 25 हजार करोड़ रुपए मात्र 15 सेकेंड में पहुंच जाते है। अभी तक 12 किश्तों में 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपए किसानों के खाते में पहुंचाएं है। लेकिन, ऐसा कौनसा किसान नेता है, जिसने पीएम रहते हुए इस तरह से किसान की चिंता की हो।
उजाले का मजा लेना हो तो अंधेरे का ध्यान रखो
जेपी नड्डा ने कहा कि उजाले का मजा लेना हो तो अंधेरे का ध्यान रखो। पहले फर्टिलाइजर ब्लैक होता था, आज ऐसा नहीं है। अब किसान को यूरिया समय पर मिलता है। आज कृषि बजट 1 लाख 25 हजार करोड़ का है। मोदी के कार्यकाल में कृषि बजट चार गुना बढ़ा है। 93 हजार करोड़ रुपए सिंचाई योजना के लिए है। आज 22 मेगापार्क बन चुके हैं।
किसी ने सोचा था कि किसान को भी मिलेगी पेंशन?
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का जिक्र करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि क्या कभी किसी ने सोचा था कि किसान को भी पेंशन मिलेगी। यहां आदमी के स्वास्थ्य की चिंता नहीं होती थी मिट्टी की हेल्थ की क्या चिंता होगी, लेकिन ये काम भी प्रधानमंत्री ने किया। इस योजना से अब तक 20 लाख किसान जुड़ चुके है। जिनमें से 38 हजार किसान है। लेकिन, ये संख्या कम है। मैं चाहता हूं कि हनुमानगढ़ और गंगानगर से अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़े। इस योजना से 15 लाख किसान जुड़े और लाभ उठाएं।
पुरानी व्यवस्थाओं में विश्वास मत करो
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यूरिया का कहीं अन्य इस्तेमाल ना हो, उसकी कालाबाजारी ना हो। इसके लिए ‘नीम कोटेड यूरिया’ उपलब्ध करवाया। अब किसानों को सुलभता से यूरिया उपलब्ध हो रहा है। आज आप अपना सामान अपने खेत से ई-नाम के माध्यम से कहीं भी बेच सकते हैं। मैं किसानों से आग्रह करूंगा कि पुरानी व्यवस्थाओं में विश्वास मत करो, कम्यूटर का जमाना है और आज आपको अपने कंप्यूटर से पता चल जाएगा कि कहां आपको आपकी फसल का बेहतर दाम मिलेगा।
सिखों के साथ राजनीतिक दलों ने राजनीति की
उन्होंने दूसरे राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे सिख गुरुओं ने, हमारे सिख भाइयों ने जितना काम देश के लिए किया है। उसे देश कदापि नहीं भुला सकता। लेकिन सिखों के साथ भाजपा को छोड़ सभी राजनीतिक दलों ने केवल राजनीति की। लेकिन, मोदी राज में पवित्र गुरबाणी को उड़िया, उर्दू, मराठी, गुजराती समेत 15 भाषाओं में अनुवादित कर उसे पढ़ाने का काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी ने UNESCO में भी विदेशी भाषाओं में गुरबाणी के अनुवाद का निवेदन किया है। ये काम केवल प्रधानमंत्री ने सिखों के लिए दिल से किया है। कार्यक्रम के दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, सरदार अजय पाल सिंह, सरदार सुरेंद्र पाल सिंह, सरदार कुलदीप सिंह, निहाल चंद, बलबीर विश्नोई, संतोष बावरी सहित अनेक नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।