भरतपुर-भिवानी कांड को लेकर हरियाणा में सांप्रदायिक तनाव है ये तनाव कहीं अपने चरम में जाकर दंगे का रूप ने ले ले इसके लिए नूंह के प्रशासन ने नेटबंदी का सख्त कदम उठाया है। आज नेटबंदी की दूसरी दिन है। यहां पर 28 फरवरी तक इंटरनेट बंद किया है। इधर हरियाणा के जींद में जो स्कॉर्पियो मिली थी उसमें मिले खून के निशान के DNAटेस्ट की भी रिपोर्ट आ गई है, जिससे साबित हो गया है कि गाड़ी में जिंदा जले जुनैद और नासिर का ही ये खून था, यानी उन्हें किडनैप कर इस गाड़ी में लाया गया और जमकर मारपीट की गई।
जींद की गोशाला से बरामद की गई थी स्कॉर्पियो
भरतपुर रेंज के आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि हम लगातार हरियाणा पुलिस के संपर्क में हैं। जांच पड़ताल में हम दोनों एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। जिस गाड़ी में लाकर जुनैद और नासिर को जलाया गया था, वो गाड़ी हरियाणा के जींद के सोमनाथ गोशाला से बरामद की गई, इस स्कॉर्पियो की पिछली सीट पर खून के निशान मिले थे। इसका DNA जुनैद और नासिर के माता-पिता के DNA से मैच हो गया। जिससे साबित हो गया कि जो गाड़ी में जली हुए कंकाल मिले थे वो जुनैद और नासिर ही थे।
घटनाक्रम में शामिल सभी की हुई पहचान
भरतपुर रेंज आईजी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी रिंकू सैनी से पूछताछ के दौरान घटनाक्रम का काफी हद तक खुलासा हुआ है। जो लोग इस घटनाक्रम में शामिल थे, उनमें से कई लोगों की पहचान हो चुकी है। आरोपी की कही बातों के सत्यापन के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि रिंकू के अलावा 8 लोगों की पहचान इस घटनाक्रम में शामिल होने की हो चुकी है। जिनमें से अनिल निवासी मुरथल और श्रीकांत निवासी मरोड़ा एफआईआर में ही नामजद है। ये दोनों मेवात क्षेत्र के रहने वाले है। इसके अलावा 6 लोगों की पहचान हुई है, जो मेवात क्षेत्र से बाहर के रहने वाले है। जिनमें कालू निवासी कैथल, मोनू राणा निवासी पालू बास भिवानी, विकास आर्य निवासी जिंद, शशिकांत निवासी मूनक करनाल और गोगी निवासी भिवानी का नाम शामिल है। ये सभी आरोपी घटना में शामिल थे, जिनकी स्पष्ट रूप से पहचान हो चुकी है।