नागौर में वसुंधरा राजे ने आरएलपी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल को लेकर एक बड़ा बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह यहां आएंगी और छाती पर पैर रखकर आएंगी। वे यहां की बेटी हैं, हम पीछे हटने वालों में से नहीं है। वसुंधरा राजे के इस बयान का अब हनुमान बेनीवाल ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर वह विरोध पर उतर आए तो फिर बेहद समस्या पैदा हो जाएगी।
डर-डर कर आई थीं नागौर
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा राजे नागौर तो आई लेकिन वह बहुत डरी हुई थीं। वह तो अपने साथ हिस्ट्रीशीटर लेकर आए थीं कि उन्हें कहीं कुछ हो ना जाए। वसुंधरा राजे नागौर आई लेकिन उनका यह शो बिल्कुल फ्लॉप रहा। बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में चाहे कांग्रेस की गहलोत सरकार रही हो या भाजपा की वसुंधरा सरकार राजस्थान वैसे का वैसा ही रहा। इन दोनों के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में कोई विकास नहीं हुआ। सिर्फ और सिर्फ जमकर भ्रष्टाचार हुआ है और यही नहीं कांग्रेस और भाजपा का तो इस मामले में गठबंधन हो रखा है।
राजे-गहलोत का गठबंधन
बेनीवाल ने कहा कि चुनाव सिर पर आ गए हैं तो हार के डर से अशोक गहलोत अब महंगाई राहत कैंप चला रहे हैं। सचिन पायलट उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनका स्टैंड क्लियर नहीं हो पा रहा है। वह आए दिन रोज कोई ना कोई बयान देते रहते हैं लेकिन अब यह तो मुझे समझ में आ गया है कि वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे।
पायलट का स्टैंड क्लियर नहीं
बेनीवाल ने कहा कि गहलोत और वसुंधरा एक ही खाने के हैं। सचिन पायलट ने गहलोत के बारे में जो कहा बिल्कुल सही कहा है। इन दोनों नेताओं का आपस में गठबंधन है। वसुंधरा नागौर आती है तो कहती हैं कि छाती पर पांव रखकर भी आएंगे। मैं यह कहता हूं कि मैं तो वसुंधरा राजे की यात्रा में कोई रुकावट नहीं डालना चाहता था लेकिन मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर वह चाहे तो हम तो विरोध जताकर भी दिखा देंगे और अगर हमने ऐसा किया तो फिर बहुत समस्या पैदा हो जाएगी।
थर्ड फ्रंट की तैयारी में RLP
यह सबक मैं नहीं बल्कि राजस्थान की जनता ही सिखाएगी। बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ राजस्थान में जनता नहीं बिगुल बजा दिया है इन दोनों में से कोई भी पार्टी इस बार चुनाव में जीत नहीं सकती। हम थर्ड फ्रंट की तैयारी कर रहे हैं जनता के सामने तीसरा विकल्प रख रहे हैं।