बाड़मेर। राजस्थान में इन दिनों बदमाशों के हौसले बुलंद है। बदमाश यहां दिनदहाड़े वारदातों को अंजाम दे रहे है। ताजा मामला बाड़मेर में सामने आया है। यहां तीन दिन पहले अपनी जान का खतरा बताने वाले एक युवक का बदमाशों ने सुबह करीब 11 बजे शहर जिला अस्पताल पुलिस चौकी के पास रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से किडनैप कर लिया गया।
बिना नंबर की ब्लैक स्कॉर्पियो से आए बदमाशों ने युवक के साथ मारपीट कर गाड़ी में डाला और फरार हो गए। अचानक हुई वारदात से वहां मौजूद लोग सकते में आ गए। इस दौरान वहां खड़े लोगों में से किसी ने घटना का वीडियो बना लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाके में नाकाबंदी करवाई।
बाड़मेर सीओ रमेश कुमार ने बताया कि पुलिस की नाकाबंदी के चलते बदमाश 3 घंटे बाद करीब 2 बजे बाड़मेर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर भादरेश गांव के पास युवक को चलती गाड़ी से फेंक कर भाग गए। बदमाशों ने युवक के हाथ-पैर तोड़ दिए। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पीड़ित तक पहुंची। युवक को गंभीर हालत में बाड़मेर जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित मगनाराम पुत्र कालूराम बाड़मेर के लीलसर गांव का रहने वाला है। उसका आरोप है कि उसने 3 दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक से कहा था कि मादक पदार्थों के तस्करों से मुझे अपनी जान को खतरा है। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने एक आरोपी को किया डिटेन
सीओ रमेश कुमार ने थाना इंचार्ज के साथ हॉस्पिटल पहुंच कर बयान दर्ज कराए और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को डिटेन कर लिया है।
तीन साल पहले दी थी तस्करों की सूचना
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित मगनाराम ने 26 मार्च को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसने शिकायत में बताया कि वह ड्राइवर है। दो-तीन साल पहले उसने पुलिस को मादक पदार्थों के तस्करों की सूचना दी थी, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अब जेल से छूटने के बाद तस्कर लगातार उसे जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं।
इस पर तत्काल बाड़मेर कोतवाली सदर और चौहटन थाना पुलिस को तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इसके कारण तस्करों ने दिनदहाड़े अपहरण कर मारपीट की। एसपी नरेंद्र सिंह ने कहा कि लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करेंगे। फरार बदमाशों और तस्करों को जल्द गिरफ्तार करेंगे।