मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत के रावण वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले मुझ पर इतना बौखलाए हुए हैं, कि झल्लाकर मुझे अपशब्द कह रहे हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मैं रावण हूं,अरे मैं रावण हूं तो राम बन जाओ, संजीवनी का पैसा लोगों को वापस कर दो।
आरोपी नहीं तो कोर्ट क्यों गए
गहलोत ने कहा कि मैं रावण हूं। लूटा तो तुमने है संजीवनी सोसायटी के दो ढाई लाख बेचारे लोगों को। पैसा खा कर बैठ गए हो।उनके मित्रों को जेल में डाला हुआ है, वह भी कभी भी जेल जा सकते हैं। अभी हाईकोर्ट से उन्होंने स्टे लिया है वह कह रहे थे कि मैं तो आरोपी हूं ही नहीं। अगर तुम मुजरिम नहीं हो तो हाई कोर्ट से जमानत लेने की क्य़ों गए थे। मुजरिम हो, चाहे वो केंद्रीय मंत्री हो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दें या प्रधानमंत्री मोदी उसको बर्खास्त कर दें। उन्होंने इतने भ्रष्टआदमी को अपने मंत्रिमंडल में जगह क्यों दी है।
मैं रावण तो तुम राम बन जाओ
मैं रावण हूं तो तुम राम बन जाओ, राम का काम कर लो। मर्यादा पुरुषोत्तम राम की भक्ति करते हैं ये, संदेश भगवान राम का मर्यादा पुरुषोत्तम देते हैं। राम क्या…तुम्हारी सोच वैसी है तुम इतने भ्रष्ट आदमी हो, तुम ने लूट लिया लोगों को, इथोपिया में दुनिया के मुल्कों में फॉर्म हाउस खरीद लिए। वहां वो पैसा लेकर चले गए। संजीवनी के पीड़ित कितने लोग अपनी व्यथा,सुनाते हैं मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं। ऐसी स्थिति बनी हुई है, बूढ़े हैं, बच्चे हैं, औरतें हैं, उनको झांसा देकर के ये लोग अपशब्द बोल रहे हैं।
मुझ पर पत्थर फेंकोगे तो गरीबों के लिए स्कूल और अस्पताल बनाऊंगा
गहलोत ने कहा कि अब मेरा काम सेवा करने का है, भाजपा वाले मेरे ऊपर पत्थर फेंकते हैंतो गरीबों के लिए मकान बना दूंगा, स्कूल बनाऊंगा, अस्पताल बनाऊंगा। गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं ये, देश के अंदर और प्रदेश के लोगों की क्या सोच बन रही है। इस देश का क्या होगा, आने वाली पीढ़ी माफ नहीं करेंगी। मुझे कांग्रेस ने जिंदगी में सब कुछ दिया है, मुझ पर विश्वास किया है, 3 बार मुझे मुख्यमंत्री बनाया है। इंदिरा गांधी ने मुझे 5 बार मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनाया। राजीव गांधी ने विश्वास किया तो मैं मंत्री बन पाया। मुझे किसी पद की भूख नहीं है जब तक मेरे अंदर जान रहेगी, मैं आपकी सेवा करूंगा।