कोटा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आज कोटा पहुंचे। यहां उन्होंने उम्मेद स्टेडियम में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार हमला बोला और कोटा के ही सांसद ओम बिरला पर उनके स्पीकर पद पर रहते हुए संसद की कार्यवाही में पक्षपात करने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगली बार हमें सरकार रिपीट करानी है। आप लोग सोच लीजिए अगर सरकार रिपीट नहीं हुई तो फिर यह लोग हमारी OPS समेत कई शानदार योजनाओं को बंद करा देंगे।
कोटा के ओम बिरला बतौर स्पीकर संसद में करते हैं पक्षपात
गहलोत ने कहा कि केंद्र लगातार राहुल गांधी से माफी मांगने को कह रहा है,एक इंसान को संसद में बोलने नहीं देते और आप माफी की मांग करते हो। वो अपनी बात कहे तो कहे कैसे? लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की कार्यशैली पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में ही जन्में कोटा के स्पीकर ओम बिरला संसद में पक्षपात तरीके से एक ही पक्ष को लेकर बात करते हैं।
हमारे स्पीकर सीपी जोशी से कुछ सीखिए
हमारे स्पीकर सीपी जोशी को देखिए, पक्ष-विपक्ष दोनों को किस तरह से वह डील करते हैं, कोई भी सदस्य यह नहीं कह सकता कि उसकी बात को सुना नहीं गया, वे पश पक्ष-विपक्ष दोनों को बात रखने का मौका देते हैं और जो सही होता है चाहे पक्ष या विपक्ष उसके लिए बोलते हैं। स्पीकर ओम बिरला को विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी से सीखना चाहिए। आखिर लोकसभा स्पीकर किसे कहते हैं। राहुल गांधी के साथ देखिए क्या हुआ उन्हें बोलने नहीं दिया गया।
सिर्फ यही हिंदू हैं..मैं या राहुल गांधी हिंदू नहीं है क्या?
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने उस मामले में सजा दी, जिसमें आज तक इतिहास में किसी को नहीं मिली। उन्हें लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया।
येलोग देशभक्ति की बात करते हैं ,भाजपा-RSS ने देश के लिए उंगली तक नहीं कटाई। ये हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं, हम लोग हिंदू नहीं है क्या? राहुल गांधी हिंदू नहीं है क्या ? हम गाय की सेवा नहीं करते ? आप ज्यादा सेवा करते हैं। हम गौशाला को अनुदान दे रहे हैं, लंपी को लेकर 40000 रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। गाय का बीमा किया है।
धर्म के नाम अब अमृतपाल की हिम्मत खालिस्तान मांगने की हुई
गहलोत ने कहा कि भाजपा-RSS हिंदू राष्ट्र की बात करती है। वह खतरनाक तरीका है, अमृतपाल की हिम्मत कैसे हो गई कि वह खालिस्तान की मांग कर रहा है। हम भुगत चुके हैं इसे। पंजाब के आतंकवाद को देश भुला नहीं है। इंदिरा गांधी शहीद हो गईं थीं। प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए उनका सीना छलनी कर दिया गोलियों से लेकिन उन्हें खालिस्तान नहीं बनने दिया। अगर यह लोग धर्म के नाम पर हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करेंगे तो फिर वह भी कहेंगे कि हम सिख हैं हमारे लिए भी खालिस्तान बनाओ। क्या उस पर केंद्र सरकार का ध्यान नहीं देना चाहिए लेकिन उन्हें कोई परवाह ही नहीं है, वह घमंड में है।
विपक्ष को बुरा कहोगे तो कौन सम्मान करेगा
गहलोत ने कहा कि नरेंद्र मोदी को विपक्ष को बुरा भला कहने में अच्छा लगता है। देश का प्रधानमंत्री किसे कहते हैं? देश के अंदर आप इस तरह विपक्ष को बदनाम करोगे तो आपका सम्मान बढ़ेगा क्या? हालात बहुत गंभीर हैं आप सब समझदार हैं, हमें हमारी वर्तमान पीढ़ी और भावी पीढ़ी पर देश का भार रखना है। हम अगर जाएं तो देश का लोकतंत्र मजबूत कर जाएं, मोदी को मैंने कहा था कि आप जब बाहर जाते हैं तो आपका बहुत सम्मान होता है। वह इसलिए होता है कि उस देश के लिए सोचते हैं कि वे गांधी जी के देश से आए हैं।
दो भाई अगर एक घर में लड़ें तो प्रगति रुक जाती है
गहलोत ने उदाहरण देते हुए समझाया कि इस पूंजी को पीएम मोदी को समझना चाहिए। दो भाई अगर लड़ते हैं तो घर की प्रगति रुक जाती है, गांव में झगड़े होते हैं तो विकास ठप हो जाता है, यही बात देश-प्रदेश के लिए भी लागू होती है। पक्ष-विपक्ष लड़ता रहेगा तो देश का विकास ठप हो जाएगा। हर बार सरकार बदलती है बदलना कोई बुरा नहीं होता है लेकिन काम का नुकसान होता है। जैसे राजस्थान में भी बाड़मेर के पचपदरा में तेल निकला, हमने रिफाइनरी का प्रोजेक्ट बनाया था। वसुंधरा की सरकार जब आई तो 5 साल इस काम को बंद कर दिया। 40 हजार करोड़ की लागत अब 70 हजार करोड़ में आ गई।
ERCP पर वादाखिलाफी क्यों कर रहे हैं?
ERCP योजना पर भी यही काम हो रहा है। वसुंधरा राजे ने शुरू की लेकिन मैंने उनकी योजना को बंद नहीं किया। उनके नाम की है फिर भी मैं इसे आगे बढ़ा रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव में आए जयपुर, अजमेर में बोलकर गए। जिलों के नाम भी बोले हैं। मेरी मांग थी कि इसे राष्ट्रीय परियोजना बनाओ। 90% केंद्र सरकार 10% राज्य सरकार देगी। लेकिन इस पर वह टस से मस नहीं हो रहे हैं। जब आप की सरकार थी उनके वक्त की योजना है, आप वादाखिलाफी क्यों कर रहे हैं।
शेखावत पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जलमंत्री राजस्थान का है, उसको चिंता ही नहीं है, उन्होंने राजस्थान में क्या किया है। जहां देश में सबसे ज्यादा कमी पीने के पानी की कमी है, वह राजस्थान में है। क्या वह कुछ नहीं कर सकते थे लेकिन वह प्रधानमंत्री के सामने बोल ही नहीं पाए कि इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर दो। तो मैंने ही पिछली बार 9000 करोड़ इस योजना के लिए दिए, इस बार मैंने 13000 करोड रुपए दिए।
कोटा जैसा रिवरफ्रंट तो मोदी गुजरात तक में नहीं बना पाए
सीएम गहलोत ने कहा कि मुझे लगता है कि जनता का मूड है कि इस बार वापस सरकार कांग्रेस की बननी चाहिए। हमने इतनी योजनाएं दी हैं, हर परिवार को फायदा मिला है पूरे देश के अंदर कोटा के रिवरफ्रंट की बात हो रही है। ऐसा रिवरफ्रंट मोदी जी गुजरात में नहीं बनवा पाए, अहमदाबाद में जो रिवरफ्रंट बना है वो सिर्फ नाम का है,कोटा का काम है। यहां अब पर्यटकों की तादाद बढ़ेगी।
सरकार वापस नहीं आई तो बंद हो जाएंगी सभी योजनाएं
सीएम गहलोत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि एक बार वापस आप सरकार को मौका दो, अगर सरकार कांग्रेस की नहीं बनी, तो दूसरी सरकार OPS समेत सभी शानदार योजनाएं बंद कर देगी।इससे लोगों को बहुत नुकसान होगा। कोरोना के वक्त जिन बच्चों के मां-बाप गुजर गए उनके बच्चों को पालनहार योजना के तहत सरकार पाल रही है, उनकी शिक्षा का खर्चा उठा रही है। इतनी अच्छी योजना भी यह लोग बंद कर देंगे। आप चुनाव में देखना कि मोदी अमित शाह क्या प्लान लेकर आएंगे, यह लोग तो डेरा डालेंगे यहां पर। उसका मुकाबला हमें करना है। कम साधनों में बिना साधनों के इनका मुकाबला करना पड़ेगा। क्योंकि इनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है। साम, दाम, दंड, भेद का इस्तेमाल करें चुनाव लड़ते हैं।