CM अशोक गहलोत ने आज सचिवालय में अधिकारियों के साथ बजट पर बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की, जिसमें उन्होंने एक बार फिर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा और कई आरोप लगाए। सीएम ने कहा कि संजीवीनघोटाले में सिर्फ शेखावत ही नहीं इनका पूरा खानदान शामिल था। ये हमारी सरकार गिराने में लगे रहे, मारवाड़ का सांसद , मारवाड़ के मुख्यमंत्री से और मारवाड़ की ही बेइज्जती कर रहा है इस तरह से वो मारवाड़ का ही नहीं हमारा भी मुजरिम है।
पूरे देश का माहौल खराब हो रह है
CM ने कहा कि गजेंद्र शेखावत संजीवनी घोटाले में शामिल थे। इसके लिए इनका वॉय़स सैंपल मांगा जा रहा है कि लेकिन ये दे नही रहे हैं, वैसे तो वॉयस सैंपल की जरूरत ही नहीं है, पूरा प्रदेश और देश जानता है ये किसने किया है। गहलोत ने कहा कि भाजपा की नीति ऐसी ही है, इनकी वजह से पूरे देश का माहौल खराब हो रहा है। SOG की रिपोर्ट में इनके खिलाफ एक ही धारा में कई केस दर्ज हैं। ऐसे में आरोपी और अभियुक्त सिर्फ शेखावत ही नहीं बल्कि इनका पूरा खानदान है। अब उनकी माताजी नहीं रही है। कल ही मैंने इनके गुरु रहे भगवान सिंह रोल से बात की है कि आप अपने चेले को समझाओ कि जिन लोगों के साथ 900 करोड़ की ठगी हुई है, उन गरीबों को पैसा वापस लौटाए।
ED के पास जाकर पहले जांत करवाएं
उन्होंने यह भी कहा कि शेखावत अगर मानते हैं कि वे निर्दोष हैं तो फिर जांच में सहयोग क्यों नहीं कर रहे हैं। आप अपना वॉयस सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं। उन्हें जांच में सहयोग करना है तो बयानबाजी छोड़कर अपना वॉयस सैंपल देना चाहिए उन्हें ED के पास
नहीं छोड़ने वाले हैं NPS
सीएम गहलोत ने बातचीत में अपनी बजट की घोषणाओं के बारे में बात रखी। उन्होंने कहा कि अभी मैंने मीटिंग ली है। सभी अधिकारी पूरी तैयारी से आए थे। उन्होंने मिलकर जो बजट बनाया है वह शानदार है। OPS को लेकर वित्त मंत्री सीतारमण के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि हम NPS का पैसा छोड़ने वाले नहीं है, पैसे के लिए हम कोर्ट तक जाएंगे लेकिन NPS को हम लागू करके रहेंगे। वो साफ-साफ कह दें कि हम ओपीएस के खिलाफ है। हमारी सरकार ने मानवता के नाते एक फैसला लिय़ा है, हमने उन कर्मचारियों के हित में फैसला लिया है जो रिटायरमेंट के बाद उम्मीद पालता है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के रिफाइनरी में 25 हजार करोड़ की हिस्सेदारी के सवाल पर गहलोत ने कहा कि हमने रिफाइनरी का प्रोजेक्ट तैयार किया था, लेकिन बीजेपी ने जानबूझ कर उसे देरी किया जिसके कारण इसकी कीमत 40 हजार करोड़ से बढ़कर 70000 करोड़ तक पहुंच गई है।