Student Suicide Case in Kota : कोटा। स्टूडेंट्स का भविष्य संवारने वाली शिक्षा नगरी ‘कोटा’ में सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। कोटा में अब एक और स्टूडेंट ने मौत को गले लगा लिया है। जीईईई की तैयारी कर रहे स्टूडेंटस ने गुरुवार शाम को हॉस्टल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते ही जवाहर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
स्टूडेंट के पास से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। बता दें अगस्त महीने में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड यह तीसरी घटना है। वहीं, पिछले आठ महीने में ये सुसाइड का 20वां मामला है।
पुलिस के मुताबिक मृतक छात्र मनीष प्रजापत (17) उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला था। वो जवाहर नगर पुलिस थाना क्षेत्र के महावीर नगर स्थित हॉस्टल में रहता था और अनकेडमी इंस्टीट्यूट से जीईईई की तैयारी कर रहा था। वह 6 महीने पहले ही कोटा में पढ़ाई करने के लिए आया था। गुरुवार शाम को छात्र का शव हॉस्टल की 5वीं मंजिल पर बने कमरे पंखे से लटका मिला, जहां पर वह रहता था। स्टूडेंट ने बेड शीट से फंदा बनाया था।
पिता के जाने के चार घंटे बाद उठाया कदम
उन्होंने बताया कि गुरुवार को मनीष के पिता भी कोटा में ही थे। वो अपने बेटे से मिलने के बाद दोपहर को वापस आजमगढ़ के लिए रवाना हो गए थे। पिता के जाने के चार घंटे बाद ही बेटे ने ऐसा कदम उठाया। हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि छात्र ने खुदकुशी क्यों की थी। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल, पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी हुई है।
खाने के बाद ही लगा लिया फंदा
हॉस्टल के केयर टेकर राकेश ने पुलिस को बताया कि शाम 6.30 बजे मनीष कोचिंग से आया था। इसके बाद उसने करीब 7 बजे मैस में खाना खाया। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया। लेकिन, शाम 8 बजे जब उसके पिता ने फोन किया तो उसने कॉल अटेंड नहीं किया। इस पर मुझे फोन किया। जब ऊपर जाकर देखा तो कमरा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी गेट नहीं खुला तो खिड़की से अंदर देखा। छात्र को फंदे से लटका देख सबसे पहले हॉस्टल संचालक को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया।
इस साल स्टूडेंट्स सुसाइड के ये मामले आए सामने
कोटा में इस साल अब तक कोचिंग स्टूडेंट्स सुसाइड के 20 मामले सामने आ चुके है। वहीं, अगस्त महीने में सुसाइड की ये तीसरी घटना है। 10 अगस्त को छात्र मनीष प्रजापत सुसाइड केस से पहले 4 अगस्त को यूपी के भार्गव मिश्रा ने खुदकुशी की थी। भार्गव महावीर नगर में एक पीजी में रहता था। जेईई मेंस की तैयारी कर रहा था।
3 अगस्त को यूपी के एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। मृतक मनजोत छाबड़ा (17) यूपी के रामपुर से पढ़ने के लिए यहां आया था और विज्ञान नगर इलाके में किराए पर रहता था। मृतक मनजोत यहां हॉस्टल में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पुलिस को छात्र का मुंह पॉलीथिन से ढका मिला।
8 जुलाई को यूपी के रामपुर जिले के निवासी बहादुर सिंह (17) फांसी लगाकर सुसाइड किया। दो महीने पहले ही कोटा आया था। और महावीर नगर इलाके में रहकर निजी कोचिंग से आईआईटी की तैयारी कर रहा था।
27 जून को यूपी के जोनपुर निवासी आदित्य (17) ने अपने रूम पर फांसी लगा ली। आदित्य शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में रहता था। और नीट की तैयारी कर रहा था।उसके कमरे से सुसाइड नोट भी मिला था।
27 जून को उदयपुर के सलूंबर का निवासी मेहुल वैष्णव (18) ने हॉस्टल में फांसी लगा ली। स्टूडेंट दो महीने पहले ही कोटा आया था। नीट की कोचिंग कर रहा था। शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में रहता था।
16 जून को बिहार के समस्तीपुर निवासी छात्र रोशन (21) ने अपने हॉस्टल के कमरे में सुसाइड़ कर लिया था। मृतक छात्र बिहार से पढ़ने के लिए यहां आया था और महावीर नगर इलाके में किराए पर रहता था। हाल ही में 7 मई को छात्र ने नीट यूजी 2023 की परीक्षा दी थी। 9 जून को नीट का रिजल्ट आया था, जिसमें वह फेल हो गया था। रिजल्ट वाले दिन वह सुबह दिल्ली से लौटा था। देर शाम अपने कमरे में फंदा लाकर सुसाइड कर लिया।
12 जून को महाराष्ट्र निवासी छात्र भार्गव केशव (17) ने कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह कोटा के जवाहरनगर थाना क्षेत्र में रहकर पिछले 2 महीने से इंजीनियरिंग (जेईई) की तैयारी कर रहा था।
7 जून को पश्चिम बंगाल के कुरोलिया निवासी परितोष कोहिरी (18) की संदिग्ध मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत का कारण माना गया। परितोष कोहिरी वोकोटा में महावीर नगर इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था।
24 मई को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में बिहार के नांलदा के रहने वाले आर्यन (16) ने फंदा लगाकर सुसाइड किया। वह 12वीं का छात्र था और नीट की तैयारी कर रहा था।
12 मई को बिहार के पटना निवासी नवलेश (17) ने हॉस्टल में फंदा लगाकर सुसाइड किया था। नवलेश 12वीं की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था।
11 मई को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लैंडमार्क सिटी इलाके में रहने वाले धनेश कुमार (15) ने हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह 11वीं क्लास में पढ़ता था और साथ में NEET की तैयारी कर रहा था। मां का कॉल नहीं उठाने पर परिचित रूम पर पहुंचा तो वह फंदे से लटका हुआ था।
8 मई को विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग से 10 से माले से कूदकर एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। स्टूडेंट नासिर (22) बेंगलुरु का निवासी था। सुसाइड के एक दिन पहले जयपुर में नीट देकर आया था।
26 अप्रैल को एमपी के सागर निवासी राशि जैन (19) ने हॉस्टल के रूम में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। मृतका राशि जैन जवाहर नगर थाना क्षेत्र में हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। वह एक साल से कोटा में रहकर नीट की कोचिंग कर रही थी। छात्रा बीमार रहती थी और मानसिक तनाव में थी।
24 फरवरी को यूपी के बदायूं का रहने वाले 17 साल के अभिषेक ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। अभिषेक दो साल से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। वह पिछले कुछ समय से कोचिंग नहीं जा रहा था और हॉस्टल से ही ऑनलाइन क्लास ले रहा था।
8 फरवरी को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लेडमार्क सिटी इलाके में बाड़मेर निवासी कृष्णा ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के 10वें माले से कूदकर सुसाइड कर लिया।
15 जनवरी को यूपी के प्रयागराज निवासी रणजीत (22) फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। छात्र के पास सुसाइड नोट मिला। लिखा- मैं विष्णु का अंश हूं, मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं।
14 जनवरी को यूपी निवासी अली राजा ने सुसाइड किया। छात्र कोटा में रखकर जेईई की तैयारी कर रहा था। वह पिछले 1 महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था।
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