राजस्थान को मिलेगी एक और एक्सप्रेस-वे की सौगात, इन जिलों से होकर गुजरेगा, जानें-क्यों है खास?

सड़क निर्माण की दिशा में राजस्थान का ‘नया रोडमैप’ तैयार हो चुका है। राजस्थान को जल्द ही दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे मिलने वाला है।

Amritsar-Jamnagar Expressway

Amritsar-Jamnagar Expressway : जयपुर। सड़क निर्माण की दिशा में राजस्थान का ‘नया रोडमैप’ तैयार हो चुका है। राजस्थान को जल्द ही दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे मिलने वाला है। खास बात ये है कि दिल्ली-दौसा-मुंबई एक्सप्रेस-वे उद्घाटन के 5 महीने के अंदर ही प्रदेश को देश के दूसरे सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के दूसरे सबसे एक्सप्रेस-वे अमृतसर-जामनगर का उद्घाटन करेंगे।

पीएम मोदी 8 जुलाई को बीकानेर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान पीएम मोदी बीकानेर के नौरंगदेसर में अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही सड़क मार्ग की राह आसान हो जाएगी और अमृतसर-जामनगर का सफर 26 घंटे की जगह 13 घंटे में पूरा होगा। बता दें कि अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे का करीब 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि 8 जुलाई प्रधानमंत्री ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे के साथ ही केंद्र सरकार की ओर से कराए गए अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी भारतमाला योजना के अन्तर्गत 820.26 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित रायसिंहनगर-अनूपगढ़-पूगल तक की 162.46 किलोमीटर लंबी सड़क का भी शुभारंभ करेंगे।

साथ ही पीएम मोदी बीकानेर में ईएसआईसी अस्पताल का लोकार्पण भी करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी बीकानेर के पास ही नौरंगदेसर में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के सोहना-दौसा खंड का शुभारंभ कर प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी थी।

तीन रिफाइनरियों को जोड़ने वाला पहला एक्सप्रेस-वे

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे का निर्माण साल 2019 में हरियाणा और राजस्थान में शुरू हुआ था। जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है और अगले महीने से वाहन चालकों के लिए खुल जाएगा। खास बात ये है कि अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे देश का पहला एक्सप्रेस-वे है, जो बठिंडा, बाड़मेर और जामनगर की तीन तेल रिफाइनरियों को जोड़ेगा। बाड़मेर रिफाइनरी मार्च 2023 तक पूरी होने वाली है।

राजस्थान को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

भूमि अधिग्रहण सहित 80 हजार करोड़ रुपए की लागत से बना 1450 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे देश के चार राज्यों से गुजरेगा। यह राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और गुजरात के 17 जिलों को जोड़ेगा। लेकिन, इस एक्सप्रेस-वे का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को मिलेगा। क्योंकि सर्वाधिक 637 किमी राजस्थान से गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालोर जिले को जोड़ेगा। इसके अलावा गुजरात से 380 किमी, पंजाब से 155 किमी और हरियाणा से 85 किमी गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे पंजाब के अमृतसर, जालंधर, फिरोजपुर, मोगा और बठिंडा, हरियाणा के सिरसा और गुजरात के थराद, राधनपुर, सामखियाली, गांधीधाम व जामनगर से होते हुए निकलेगा।

क्यों खास है ये एक्सप्रेस-वे?

यह 6 लेन एक्सप्रेस-वे पंजाब के अमृतसर से शुरू होकर गुजरात के जामनगर तक कुल 1450 किमी दूरी को तय करता है। इस हाईवे की कुल लागत 80 हजार करोड़ रुपए है। जिसमें भूमि अधिग्रहण का मुआवजा भी शामिल है। एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को 8 खंडों में पूरा किया गया है। इस एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे की तरह ही सिर्फ 2 टोल प्लाजा होंगे। एक्सप्रेस-वे पर इलेक्ट्रोनिक वाहन चार्जिंग पॉइंट लगाए गए है। यहां 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ सकेंगे। हाईवे के बीच में जगह-जगह मिड-वे होटल्स, टोल प्लाजा और पेट्रोल पंप भी बनाए जा रहे हैं।

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