अलवर। अलवर जिले में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा कोई भी दिन नहीं है, जब कोई न कोई ठगी का शिकार नहीं होता। आए दिन ठगी की वारदातों की खबरें मिलती है। बुधवार को एक बार फिर से शातिर ठगों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को तीन लाख रुपए का चूना लगाया। शातिर ठगों ने समाजसेवी और उधोग विभाग के अधिकारी रहे दौलत राम हजरती को अमेरिका से फोन करने के नाम पर बीमार युवक की सहायता के नाम पर तीन लाख रुपए ठग लिए। अलवर सायबर थाने में दौलतराम हजरती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पीड़ित व्यक्ति ने शिकायत में बताया कि शातिर ठगों ने अमेरिका से परिचित बनकर उन्हें फोन किया। उन्होंने बताया कि फोन पर ठगों ने कहा कि उनके दोस्त के बेटे की मां बीमार है, जिसका ऑपरेशन होना है। आरोपियों ने अमेरिका में हजरती के साले का नाम लेते हुए तीन लाख रुपए उनके खाते में डालने की बात कही और यहां भारत में ऑपरेशन के लिए यह रुपए ट्रांसफर करने को कहा। बाद में एक बैंक से फोन आने की बात कहीं और कहा कि आपके बैंक खाते में 3 लाख रुपए आए हैं। हजरती ने यह 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन बाद में जब साले से बात की तो उसने बताया कि उसके जरिए कोई पैसा नहीं डाला गया। तब लगा कि ठगी हो गई।
समाज सेवी दौलतराम हजरत ई ने बताया मेरे फोन पर सोनू कुमार नाम बताए जाने वाले व्यकित का फोन आया कि वह मेरे साले दोस्त और उन्होंने मेरे एकाउन्ट में तीन लाख रुपए भेजे है। ठगों ने कहा कि दोस्त की माता का हार्ट का आपरेशन होना है। दोस्त का नाम आकाश रावत बताया जिसका एसबीआई में खाता बताया। अमेरिका से आए फोन में 3 लाख रुपए ट्रांसफर करने की बात कही। इस बीच मेरे पास बैंक के नाम से फोन भी आया कि आपके खाते में तीन लाख रुपए आए हैं, जिन्हें आप 24 घंटे बाद निकाल सकते है।
मेरे पास आकाश नाम के व्यक्ति का रोते हुए फोन आया कि अभी आप अपने खाते से पैसे भेज दें, कल आपको खाते से मिल जाएंगे। मेरी माता आपरेशन है उसकी जान बच जाएगी। मैंने मानवीय आधार पर 3 लाख रुपए ऑनलाइन डाल दिए। बाद में बैंक में आया जब हमनें आए हुए नंबर पर फोन किया तो उसमें फर्जी लिखा आया। ठगी का पता चलने पर सायबर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।