Gogamedi Murder Case : जयपुर। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि हत्या के बाद दोनों आरोपी बस से भागे थे। एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने फुटेज खंगाले तो सामने आया कि बदमाश पहले स्कूटी लूटकर डीसीएम पहुंचे और फिर ऑटो से 200 फीट बाइपास पहुंचे। जहां पर बस में सवार होकर डीडवाना गए। डीडवाना से किराए की कार लेकर सुजानगढ़ पहुंचे थे। पुलिस को उनके सुजानगढ़ से हरियाणा फरार होने की सूचना मिली है। प्रकरण में आरोपियों ने जिस युवक का मोबाइल यूज किया था, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
वहीं, आरोपियों को सुजानगढ़ तक लेकर जाने वाले कार ड्राइवर ने बताया कि मंगलवार रात मैं डीडवाना में अस्पताल आया हुआ था। तभी मेरे साथ रहने वाले एक लड़के ने फोन कर बताया कि दो लोगों को सुजानगढ़ छोड़ना है। इसके बाद मैं उन दोनों को कार में बिठाकर सुजानगढ़ की ओर रवाना हो गया। उन्होंने पेट्रोल पंप पर मुझे तेल भरवाने के लिए 1,500 रुपए भी दिए थे।
कार ड्राइवर ने दोनों को सुजानगढ़ छोड़ा
कार ड्राइवर ने बताया कि रास्ते में वो कभी कर रहे थे कि चूरू छोड़ दो, सालासार छोड़ दो या हिसार छोड़ दो। लेकिन, अंत में उन्होंने कहा कि हमें हिसार छोड़ दो। वो हिसार तक के लिए 15-20 हजार रुपए भी देने को तैयार थे। लेकिन, मैंने उन्हें हिसार छोड़ने से मना कर दिया। इसके बाद दोनों को सुजानगढ़ बस स्टैंड छोड़ दिया। जहां से दोनों दोनों दिल्ली जाने वाली एक निजी बस में चढ़ गए थे।
पुलिस ने कई जगह दी दबिश, लेकिन कोई सुराग नहीं
हत्यारे रोहित सिंह राठौड़ और नितिन फौजी की तलाश में पुलिस टीमों ने गुरुवार को राजस्थान के अलावा हरियाणा में विभिन्न जगहों पर दबिश दी। लेकिन, अभी तक दोनों हत्यारों का कोई पता नहीं चला है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। पुलिस ने हत्यारों पर गुरुवार को 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
पुलिस पहले ही कर चुकी है दोनों आरोपियों की पहचान
बता दे दोनों फरार आरोपियों के पिता सेना से रिटायर हैं। शूटर रोहित राठौड़ पर नाबालिग से रेप व आर्म्स एक्ट सहित 5 मामले दर्ज है। रेप और आर्म्स एक्ट मामले में रोहित पहले जेल जा चुका। रोहित आर्म्स के एक मामले में एक लाख रुपए की इनामी बदमाश वीरेंद्र का सहयोगी रह चुका है, जो सीकर के राजू ठेहट हत्याकांड में वांटेड है। वहीं, दूसरा शूटर नितिन फौजी आर्मी में अलवर में तैनात है, जो 8 नवंबर को छुट्टी गया था। अगले दिन दोस्तों के साथ बाहर घूमने के दौरान पुलिस की गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ तो फायरिंग करके फरार हो गया था।
गोगामेड़ी पंचतत्व में विलीन, चचेरे भाइयों ने दी मुखाग्नि
इधर, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का शव गुरुवार को उनके पैतृक गांव गोगामेड़ी में पंचतत्व में विलीन हो गया। वहां उन्हें तीन चचेरे भाइयों ने मुखाग्नि दी। उनका शव गुरुवार सुबह राजपूत सभा भवन में समाज के लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां से उनका शव शाम करीब 4 बजे गोगामेड़ी ले जाया गया। मार्ग में विभिन्न स्थानों पर दर्शनों के लिए रखा गया। अंतिम संस्कार शाम करीब 5:30 बजे हनुमानगढ़ के गोगामेड़ी गांव में हुआ।
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