अजमेर। राजस्थान के अजमेर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे पर झूलते मिली विवाहिता के पीहर और ससुराल पक्ष के लोग मोर्चरी के बाहर भिड़ गए। पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश कर मामला शांत करवाया है। अजमेर उत्तर वृताधिकारी डीएसपी छवी शर्मा ने बताया कि सोमवार को इंदिरा कॉलोनी घूघरा में 21 वर्षीय अन्नू गुर्जर का शव फांसी के फंदे पर झूलते मिला था। परिजन दहेज के लिए हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। आज मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। उन्होंने बताया कि पीहर और ससुराल पक्ष के लोग एक बार आमने-सामने हो गए थे, लेकिन उन्हें समझाइश कर शांत करवा दिया गया। मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि मृतका अन्नू गुर्जर का शव फंदे पर झूलते मिला था और उसका दुधमुंहा बच्चा नदारद था। परिजन ने आरोप लगाया था कि दामाद राकेश जहां उनकी बेटी की हत्या कर शव को फंदे से लटका गया, वहीं वो अन्नू के चार माह के बेटे को भी उठाकर ले गया।
मृतका के पिता ने बताई सच्चाई
मृतका अन्नू के पिता शिवराज ने बताया कि 4 साल पहले उसकी बेटी का विवाह का कायड़ निवासी राकेश से हुआ था। 4 माह पहले उसकी बेटी ने एक बेटे को जन्म दिया था। दोनों परिवारों में आटा साटा प्रथा को लेकर विवाद चल रहा था। सोमवार दोपहर को दामाद राकेश बुलेट बाइक लेकर घर पर आया और उसकी बेटी को फांसी लगाकर फंदे पर लटका कर चला गया। साथ ही वह दुधमुंहे बच्चे को भी साथ लेकर चला गया। लोगों ने उसे घर से जाते हुए देखा। मृतका के पिता शिवराज ने पुलिस से आरोपी दामाद राकेश की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
4 माह के बच्चे को लेकर गया जवाई
पिता शिवराज ने बताया कि जवाईं राकेश कायड़ का रहने वाला है और मेडिकल कॉलेज के बाहर केबिन प्रचूनी की लगा रखी है। अभी बच्ची पीहर में थी और जवाई 4 माह के बच्चे को भी ले गया। लोगों ने उसे जाते हुए देखा है। पिता ने बताया कि जापे के लिए बच्ची 4 माह से पीहर ही आई हुई थी। पति से किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। सिविल लाइन थानाधिकारी दलबीर सिंह ने बताया कि घूघरा के इन्द्रा कॉलोली में अनु गुर्जर (21) पंखे से चुन्नी के फंदे पर झूली हुई मिली। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका के भाई शैतान ने रिपोर्ट दी है जिस पर आईपीसी की धारा 304बी के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
( इनपुट- नवीन वैष्णव अजमेर)