जयपुर। राजधानी जयपुर में 5 दिसंबर को दो हमलावरों ने श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। दो बदमाशों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी।
इस घटना के दौरान हमलावरों ने अपने साथ आए नवीन शेखावत को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वहीं, घर में मौजूद एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। इस पूरे हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस विश्नोई गैंग के रोहित गोदारा ने ली। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ली। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद ऐसा माना जा रहा है कि कहीं राजस्थान में कोई नई गैंगवार की शुरुआत तो नहीं है?
दरअसल, इसके पीछे एक बड़ा कारण है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से ठीक एक साल पहले 3 दिसंबर 2022 को सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या हुई थी। राजू ठेहट को भी चार हमलावरों ने उसके घर के दरवाजे पर गोलियों से भून दिया था। राजू ठेहट और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या एक ही तरीके से की गई।
एक को घर में घुसकर और दूसरे को घर के दरवाजे पर। दोनों को ही धोखे से मारा गया। पहले बातों में उलझाया और फिर गोलियों से भून दिया। दोनों को मारने वाली एक ही गैंग है। उस हत्याकांड की भी पूरी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के खास गुर्गे रोहित गोदारा ने ली थी। राजू ठेहट की हत्या के बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। आइए उस गैंग के बारे में जानते हैं।
सलमान खान को हत्या की धमकी दे चुका लॉरेंस बिश्नोई
देश में कुख्यात बदमाशों की एक गैंग है, जिसका सरगना लॉरेंस बिश्नोई है। लॉरेंस बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी जान से मारने की धमकी दे चुका है। वह अपने एक गुर्गे संपत नेहरा को मुंबई तक भेज दिया था। हालांकि बाद में संपत नेहरा पकड़ा गया। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई पिछले 10 साल से पंजाब जेल में बंद है। उसके अधिकतर गुर्गे भी अलग-अलग जेलों में बंद है। जेल में ही हत्या और वसूली की सारी योजनाएं बनती है और उन्हें अंजाम तक पहुंचाया जाता है। लॉरेंस के कुछ साथी विदेशों में छिपे हैं, जिनमें दो बड़े नाम गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा है। ये दोनों बदमाश इंटरनेट कॉलिंग के जरिए अपने नेटवर्क में जुड़े गुर्गों के संपर्क में रहते हैं। इंटरनेट कॉलिंग के जरिए ही बड़े कारोबारियों को जान से मारने की धमकी देकर लाखों करोड़ रुपये की वसूली मांगी जाती है।
लॉरेंस गैंग का गुर्गा रोहित गोदारा करता है प्लानिंग…
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात गुर्गा रोहित गोदारा बीकानेर का रहने वाला है। पिछले कई सालों से वह विदेश में छिपा है। गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश रोहित गोदारा ने रची थी और वीरेंद्र चारण के जरिए उसे अंजाम दिया गया। रोहित गोदारा के कहने पर ही वीरेंद्र चारण ने चार शूटर्स को तैयार किया, जिन्होंने 3 दिसंबर 2022 को सीकर में राजू ठेहट को घर में गोलियों से भून दिया। हत्या के अगले ही दिन चारों हत्यारे पकड़े गए। उनसे हुई पूछताछ में ही यह खुलासा हुआ कि ठेहट की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने करवाई।
गोगामेड़ी की हत्या में भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ…
राजू ठेहट की हत्या के ठीक एक साल बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को निशाना बनाया गया। हत्या के तुरंत बाद रोहित गोदारा के नाम से बने सोशल मीडिया अकाउंट पर हत्या की जिम्मेदारी भी ले ली गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गोगामेड़ी की हत्या भी रोहित गोदारा ने वीरेंद्र चारण के जरिए करवाई। करीब डेढ साल पहले वीरेंद्र चारण और राहुल राठौड़ एक ही जेल में बंद थे। इस दौरान दोनों की मुलाकात हुई और वीरेंद्र चारण ने राहुल को अपनी गैंग में शामिल कर लिया। चारण ने ही मकराना के जूसरी गांव निवासी शूटर राहुल राठौड़ और नितिन फौजी को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के लिए तैयार किया था।
…तो क्या इस कारण हुई गोगामेड़ी की हत्या
लॉरेंस बिश्नोई का साथी रोहित गोदारा अपनी गैंग के गुर्गों से बड़े कारोबारियों से लाखों रुपये की वसूली करवाता है। पिछले साल चूरू जिले के रतनगढ़ निवासी एक प्रॉपर्टी कारोबारी से 50 लाख रुपये मांग गए। बार-बार धमकियां दिए जाने पर प्रॉपर्टी कारोबारी ने अपने परिचित सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से संपर्क किया। गोगामेड़ी ने रोहित गोदारा गैंग को रुपये देने से इनकार कर दिया। इसी बीच एक और कारोबारी से भी लाखों रुपये मांगे गए। गोगामेड़ी उसके समर्थन में खड़ा हो गया था और कारोबारी से कहा कि वह किसी भी गैंग को रुपये नहीं दे। गोगामेड़ी की दखल के बाद रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी वीरेंद्र चारण को दी।
एक लाख का इनामी है आरोपी वीरेंद्र चारण…
पिछले साल हुए राजू ठेहट हत्याकांड का आरोपी वीरेंद्र चारण फरार चल रहा है। पुलिस ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। फरारी के बावजूद वीरेंद्र ने गोगामेड़ी की हत्या की पूरी प्लानिंग को अंजाम तक पहुंचाया। राहुल राठौड़ और नितिन फौजी को हथियार वीरेंद्र चारण ने ही उपलब्ध करवाए थे। हत्या के बाद से राहुल और नितिन दोनों फरार हैं। पुलिस ने दोनों पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।