उदयपुर। राजस्थान में असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने में लगे हुए है। प्रदेश में आए दिन मंदिरों में भगवान पर हमले के मामले सामने आ रहे है। राजधानी जयपुर के एक मंदिर में मांस के टुकड़े फेंकने का मामला सामने आया। वहीं, उदयपुर संभाग में भी आस्था से खिलवाड़ के 2 मामले सामने आए है। यहां असामाजिक तत्वों द्वारा भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़ने के बाद अब हनुमान जी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी। ताजा मामला उदयपुर संभाग के राजसमंद जिले का है। जहां कांकरोली क्षेत्र में स्थित हनुमान मंदिर में लगी हनुमान जी की मूर्ति को अज्ञात लोगों ने खंडित कर दिया। इस घटना से हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं, माहौल खराब ना हो, इसके लिए क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया है।
कांकरोली कस्बे कोयड गांव में रेलवे ट्रैक के पास हनुमान जी का मंदिर है। बुधवार सुबह जब लोग पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे तो हनुमानजी की मूर्ति टूटी हुई मिली। सूचना मिलते ही कांकरोली थानाधिकारी डीपी दाधीच और एएसपी शिव लाल बैरवा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं, बीजेपी नेता और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी भी कार्यकर्ताओं के मौके पर पहुंच गए। इस दौरान ग्रामीणों ने हंगामा किया तो पुलिस ने समझाइश के बाद आरोपियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
ग्रामीण बोले-मंदिर में धोत्ती पहले एक व्यक्ति को देखा
एएसपी शिव लाल बैरवा ने कहा कि कुछ ग्रामीणों ने अल सुबह एक व्यक्ति को मंदिर में देखा था, जिसने धोत्ती पहन रखी थी। इसी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
पूनिया ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
इस घटना के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कहा कि अब धार्मिक उन्माद चरम पर। प्रदेश में कई महीनों से लगातार लोगों की आस्थाओं पर चोट की जा रही है। कुछ दिनों पहले परशुराम जी की मूर्ति खंडित की और अब कांकरोली में हनुमान जी की मूर्ति खंडित करना, लचर कानून व्यवस्था का परिणाम है। आम आदमी खौफ में, अपराधी मौज में।
पहले भी सामने आ चुके है ऐसे मामले
गौरतलब है कि 21 फरवरी को जयपुर पांच्यावाला हनुमान मंदिर में मांस फेंकने का मामला सामने आया था। कुछ लोगों ने 2 कट्टों में मांस भरकर मंदिर में फेंक दिया। वहीं, इससे पहले 19 फरवरी की रात उदयपुर जिले के गोगुंदा कस्बे के पास रावलिया खुर्द में असामाजिक तत्वों ने भगवान परशुराम की प्रतिमा को तोड़ दिया। अगले दिन जैसे ही इस घटना की जानकारी लोगों को लगी तो गुस्साएं ब्राह्मण समाज के लोगों ने उदयपुर-गोगुंदा मार्ग पर जाम लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया। हालांकि, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश कर 3 घंटे बाद जाम खुलवा दिया था।