जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को एक के बाद एक लगातार दो जिलों में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए 2 सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। एसीबी ने जयपुर और बीकानेर में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी ने पहली कार्रवाई करते हुए जयपुर में एसीटीओ को 6.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया है। वहीं एसीबी ने बीकानेर दूसरी कार्रवाई करते हुए एक कर्मचारी को भी घूस लेते गिरफ्तार किया है।
जयपुर में ACTO को 6.10 लाख रुपए की घूस लेते दबोचा…
जयपुर एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को झालाना में असिस्टेंट कमर्शियल टैक्स ऑफिसर (ACTO) को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी ने एसीटीओ प्रियंका ने परिवादी से 6.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रैप किया है।
एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी ने जयपुर एसीबी को शिकायत दी थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि 6 जुलाई 2023 को उसकी फर्म के सर्वे के दौरान उसके खाते ऑफिस सीज करने धमकी देकर प्रियंका शर्मा सहायक वाणिज्य कर आयुक्त, सर्किल एच वार्ड प्रथम, जोन-चतुर्थ, कर विभाग जयपुर द्वारा 28 लाख रुपए रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया गया।
23 जुलाई 2023 को अपने दलाल वेदप्रकाश (प्राईवेट व्यक्ति) के माध्यम से 6.10 लाख रूपए की रिश्वत वसूल की गई। जिस पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस रणधीर सिंह के सुपरविजन में एसीबी-एएसपी बजरंग सिंह शेखावत के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया। इसके बाद शुक्रवार को ट्रैप की कार्रवाई के जाल बिछाया।
इंस्पेक्टर सज्जन कुमार ने टीम साथ कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रियंका शर्मा को परिवादी से 6.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी आरोपी और दलाल से रिश्वत राशि बरामद करने के लिए पूछताछ कर रही है।
बीकानेर में पंजीयन कार्यालय का कर्मचारी रिश्वत लेते ट्रैप…
वहीं बीकानेर एसीबी ने पंजीयन एवं मुद्रांक कार्यालय के एक कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कर्मचारी रिकॉर्ड से कुछ कागजात देने के नाम पर 1500 रुपए की रिश्वत मांगी गई थी, लेकिन हजार रुपए ही लिए गए। एसीबी ने उसी दौरान कर्मचारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी बीकानेर चौकी के इंस्पेक्टर आनंद मिश्रा ने बताया कि लूणकरनसर के निवासी परिवादी ने शिकायत दर्ज करवाई थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि कुछ कागजात इस विभाग के स्टोर से लेने थे। उसने प्रक्रिया के तहत आवेदन किया। तय शुल्क के आधार पर उसे कागजात दिए जाने थे, लेकिन आरोप है कि कर्मचारी आशीष तंबोली ने इस काम के बदले 1500 रुपए की मांग रखी।
परिवादी की इस शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन करवाया। जांच में परिवादी की शिकायत सही पाई गई। इसके बाद ट्रैप के लिए प्लान बनाया। कर्मचारी को ट्रैप करने के लिए एसीबी टीम ने पंजीयन कार्यालय के आसपास ही डेरा डाला। यहां परिवादी ने जैसे ही कर्मचारी आशीष तंबोली को रिश्वत के रुपए दिए। एसीबी ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने आरोपी कर्मचारी से रिश्वत में दिए गए नोट भी बरामद कर लिए गए हैं।