जयपुर। राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) एक्शन मोड में है। एसीबी आए दिन घूसखोर अपराधियों पर ताबड़तोड कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में जयपुर एसीबी टीम ने सोडाला थाने में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यहां एसीबी टीम ने एक घूसखोर एसआई को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। रिश्वत के साथ गिरफ्तार हुए घूसखोर एसआई की पहचान अशोक मीणा है।
आरोपी अशोक मीणा जयपुर के सोडाला थाने में एसआई के पद पर तैनात है। जयपुर एसीबी टीम ने आरोपी एसआई को 20 हजार रुपए की घूस लेते दबोचा है। परिवादी ने एसआई अशोक मीणा पर 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगते हुए परेशान करने का आरोप लगाया था।
ACB-DSP नीरज गुरनानी ने बताया कि परिवादी ने जयपुर एसीबी मुख्यालय में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि उसके खिलाफ दर्ज एक केस में मदद करने की एवज में आरोपी एसआई ने उससे 30 हजार रुपए की डिमांड की थी। परिवादी ने पैसा देने में आनाकानी की तो एसआई ने पैसों के लिए उसे धमकाना शुरू कर दिया।
सोडाला थाने में ही पैसा लेते SI गिरफ्तार
ACB अधिकारियों के निर्देश पर शिकायत का सत्यापन कराया गया। जिसके बाद गुरुवार दोपहर को सोडाला थाने में ही पैसा लेते हुए एसआई को गिरफ्तार किया गया। एसआई से थाने में ACB की टीमें अभी पूछताछ कर रही हैं। वहीं ACB की एक टीम एसआई अशोक मीणा के घर और अन्य जगहों पर सर्च कर रही हैं।
NIA की मौजूदगी में एसीबी ने की कार्रवाई
एसीबी ने NIA की मौजूदगी में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। दरअसल, सोडाला थाने में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के दो आरोपी नितिन फौजी और रोहित राठौर से एनआईए की टीम पिछले 5 दिनों से लगतार पूछताछ कर रही है, जिसे लेकर पूरे थाने को चारों तरफ से पर्दे लगाकर ढका हुआ है। थाने में जाने वाले हर व्यक्ति विशेष से पूछताछ की जाती है। इतनी सुरक्षा के बाद भी ACB की टीम थाने में पहुंची और सब इंस्पेक्टर अशोक मीणा को ट्रैप किया।
SI ने फोन करके परिवादी को बुलाया थाने
सोडाला थाने में NIA के अधिकारियों के साथ-साथ कमिश्नरेट के कई अधिकारी मौजूद थे। इसके बावजूद भी आरोपी एसआई अशोक मीणा बिना किसी डर के घूस ले रहा था। जब की एसीबी को उस तक पहुंचने के लिए कई बैरिकेट पार करने पड़े। जानकारी के मुताबिक ACB ने पहले थाने के मुख्य गेट पर खड़े कमांडों को थाने में जाने के बारे में कहा लेकिन कमांडों ने जाने से इनकार कर दिया। जिसके बाद ACB समझ गई थी कि थाने में एंट्री नहीं हो सकेगी। जिस पर ACB पीछे हट गई। कुछ देर बाद आरोपी एसआई ने फोन कर के परिवादी को थाने बुलाया।
थाने के अंदर पहुंचे ACB अधिकारी
ट्रैप की कार्रवाई को लेकर करीब साढ़े 12 बजे परिवादी थाने पहुंचा। वहां पहुंचने से पहले ACB ने परिवादी को समझा दिया था कि पैसा उनकी मौजूदगी में देना हैं। एसीबी के पूरी तरह समझाने के बाद परिवादी थाने के अंदर एसआई अशोक मीणा के कहने पर गया। परिवादी ने मीणा से कहा कि पैसा दूसरे व्यक्ति के पास हैं उसे बुला लेता हूं, जिस पर ACB अधिकारी थाने के अंदर पहुंचे और ट्रैप की कार्रवाई की, जिस के बाद ACB के अधिकारियों ने अपना परिचय देकर थाने में प्रवेश किया। जहां पर थाने के ऊपर बने कमरे से अशोक मीणा को पैसों के साथ गिरफ्तार किया गया।