जयपुर। प्रदेश में बुधवार से सक्रिय हुए वेदर सिस्टम ने शुक्रवार को भी जमकर कहर बरपाया। एक ओर बारिश के चलते मेहनत पर पानी फिर जाने से किसान अपने आंसू नहीं रोक पा रहे है। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश में शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बुरी तरह झुल गए। मौसम विभाग की मानें तो मौसम के बदले मिजाज से अभी लोगों को राहत मिलने वाली नहीं है। प्रदेश में 20 मार्च तक ऐसा बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी राजस्थान के अजमेर, भरतपुर, जयपुर, कोटा, उदयपुर और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग में आज बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
राजधानी जयपुर सहित अलावा नागौर, सीकर, अजमेर, राजसमंद, उदयपुर, कोटा, बूंदी, जोधपुर, बीकानेर, सीकर, झुंझुनूं और प्रतापगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। वहीं, कई जगह पर ओलावृष्टि भी हुई। वहीं, आकाशीय बिजली ने भी जमकर कहर बरपाया। पाली जिले के रास थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम को दो जगह आकाशीय बिजली गिरने से दो जनों की मौत हो गई। टुकड़ा सरहद में खेत में काम कर रही जमीला पत्नी साजन मेहरात और निम्बेटी गांव सरहद में भीयाराम गुर्जर की बिजली गिरने से मौत हो गई। नागौर के मेड़ता कस्बे में बिजली गिरने से खेत में जीरा इकट्ठा कर रहे किसान शौकीन खान की मौत हो गई और एक भैंस भी मर गई। साथ ही आसपास के खेतों में काम कर रहे 10 से ज्यादा किसान बुरी तरह से झुलस गए।
डूंगरपुर के कनबा में खेत पर काम कर रहे प्रकाश पुत्र कमला मेणात निवासी लाबाभाटडा की बिजली गिरने से मौत हो गई है। अलवर के मालाखेड़ा में बरखेड़ा निवासी लोकेश वर्ष पुत्र हरिसिंह चौधरी और कठूमर में मुन्नी पत्नी कमरूदीन निवासी तसई की खेत पर काम करते समय बिजली गिरने से मौत हो गई। पाली के जैतारण में जमिला की बिजली गिरने से मौत हो गई और एक बकरी भी मर गई। वहीं, मृतका का बच्चा साहिब भी बुरी तरह झुलस गया। बाड़मेर के बायतु क्षेत्र में कोलू और नरशाली नाड़ी में बिजली गिरने से एक दर्जन पशुओं की जान चली गई।
आज इन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि
मौसम विभाग के मुताबिक 18 मार्च को बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक और बीकानेर जिले में मेघगर्जन के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना है। वहीं, 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है। वहीं, एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 19 मार्च से राज्य के ऊपर प्रभावी होगा और दोबारा थंडरस्टॉर्म के साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। जिसके चलते 19 और 20 मार्च को प्रदेश के कुछ भागों में मेघगर्जन, बारिश, तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा।