बेगूं/चित्तौड़गढ़। राजस्थान में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब चित्तौड़गढ़ में आवारा कुत्तों ने कहर बरपाया। चित्तौड़गढ़ के बेगूं में ट्यूशन पढ़कर स्कूल जा रहे बच्चे पर कुत्तों ने हमला कर दिया, इससे बच्चे की मौत हो गई। कुत्तों ने बच्चे को करीब 20 जगह से काटा। वहां से गुजर रही एक महिला ने बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर उसे कुत्तों से छुड़वाया और अपने घर ले आई। बाद में बच्चे के परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। मामला चित्तौड़गढ़ के बेगूं क्षेत्र के पारसोली गांव का है।
झाड़ियों में बैठा था कुत्तों का झुंड…
जानकारी के अनुसार, पारसोली गांव निवासी आयुष (6) पुत्र भेरुलाल खटीक नर्सरी कक्षा का छात्र था। आयुष सुबह ट्यूशन पढ़कर स्कूल जा रहा था। वह रास्ते में अकेले जा रहा था। इसी दौरान घर से थोड़ी ही दूर पर नदी किनारे स्थित झाड़ियों में कुत्तों का झुंड बैठा था। तभी कुत्तों के झुंड ने बच्चे पर हमला कर दिया।
कचरा फेंकने आई महिला ने छुड़वाया
कुत्तों के हमले के बाद आयुष चिल्लाने लगा तो वहां से गुजर रही महिला एकता प्रजापत ने उसकी आवाज सुनी। वह दौड़कर पास गई और पत्थरों से मारकर कुत्तों को भगाया। इसके बाद महिला ने लहूलुहान हालत में बच्चे को उठाकर अपने घर लेकर आई और बच्चे के परिजनों को घटना की जानकारी दी। बच्चे के परिजन भी तुरंत महिला के घर पहुंचे और बच्चे को लेकर पारसोली सीएचसी ले गए। जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
कुत्तों ने बच्चों को 20 जगह से काटा
महिला ने बताया कि वह लहूलुहान हालत में बच्चे को उठाकर अपने घर लेकर आई। कुत्तों ने बच्चे के शरीर को करीब 20 जगह से नोंचा था। इसके बाद उसने घटना की सूचना बच्चे के परिजनों को दी। परिजन बच्चे को अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर ASI गोविंद, कांस्टेबल मस्तराम जाप्ते के साथ अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने सोमवार सुबह पारसोली सीएचसी में पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।