जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के फलोदी में एक व्यापारी का दो करोड़ रुपए का सोना खुर्दबुर्द होने के प्रकरण का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस ने 10 दिन तक लगातार सीसीटीवी कैमरे व तकनीकी साधनों के आधार पर 2000 किलोमीटर तक दौड़ते हुए दो लोगों को दिल्ली और यूपी से पकड़ा है। आरोपियों में उत्तरप्रदेश निवासी रागिव अली (48) पुत्र युनिस अली और अब्बास (40) पुत्र केसर अब्बास निवासी दिल्ली है। दोनों बाहरी गैंग के लोग हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों से 2700 ग्राम से ज्यादा सोना भी बरामद किया है। पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 10 मई को मामला दर्ज हुआ था। 13 दिन बाद पुलिस ने कई जगहों पर सीसीटीवी फुटेज जांचने के बाद उत्तरप्रदेश के दो शातिरों को पकड़ा है।
बता दें कि 10 मई को नदी पार किले के पीछे फलोदी निवासी जितेंद्र सोनी पुत्र किशोरीलाल सोनी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जितेंद्र सोनी ने शिकायत पर बताया कि वह सोने चांदी का व्यापार करता है। सोना लेने की कई बार डिलीवरी लेने के लिए वह जोधपुर के निवासी महेंद्र सिंह को भेजता था। वह पिछले साल डेढ़ साल से सोना लाने और ले जाने का काम करता है। 9 मई को उसे जयपुर में एक पार्टी से सोना लेने भेजा गया था। पार्टी ने उसे 3 किलो 100 ग्राम सोना दिया था, जहां पार्टी से व्यापारी जितेंद्र सोनी बात हुई थी और सोना देने को बोल दिया गया था।
9 मई की रात साढ़े 11 बजे महेंद्र सिंह सोना लेकर निजी बस जोकि आगारा जोधपुर बाइपास चलती है। उसमें सवार हुआ था। 10 मई की सुबह वह जोधपुर आया तब मालिक जितेंद्र सोनी ने उसे फोन पर बात की थी। तब कहा कि सोना नहीं है और गायब हो गया है। फिर साढ़े सात बजे फोन नहीं लगने पर व्यपारी जितेंद्र सोनी अपने परिचित को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि तीन किलो सौ ग्राम सोना एक एक किलो की बट्टी के रूप में था और सौ ग्राम सोना अलग से था। जोकि महेंद्र सिंह के अनुसार वह पेंट के बेल्ट के नीचे रखा गया था। जयपुर जिस स्थान पर सोना लेन देन हुआ वहां के सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाले है। डीसीपी वेस्ट गौरव यादव ने बताया कि प्रकरण में यूपी के दो लोगों को पकड़ा है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। यह बाहरी गैंग है जोकि बसों में यात्रियों को खिला पिलाकर लूट करती है।