जयपुर। थाना नया शहर, कोतवाली और साइबर सेल पुलिस की टीम ने रोहित गोदारा गैंग के तीन मुख्य गुर्गों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हार्डकोर बदमाश राज्य के चार अलग-अलग जिलों में दर्ज मामलों में वांछित चल रहे थे। आरोपी कमल डेलू और श्रवण सिवर ने राजू ठेहट की हत्या में एके-47 सप्लाई करने की बात स्वीकार की है।
एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि हार्डकोर बदमाश कमल डेलू निवासी काकड़ा थाना नोखा, श्रवण सिवर निवासी खिंदासर थाना कोलायत और विजयपाल विश्नोई निवासी जयसिंह देसर मगरा थाना पांचू जिला बीकानेर को गिरफ्तार किया गया है। इनमें कमल डेलू और श्रवण सिवर पर पुलिस मुख्यालय से 1-1 लाख रुपए तथा विजयपाल पर आईजी बीकानेर रेंज की ओर से 40 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।
एसपी गौतम ने बताया कि तीनों आरोपियों के बीकानेर में बड़ी वारदात करने की सूचना प्राप्त होने पर टीम का गठन किया गया। इसमें एसएचओ नया शहर वेदपाल, बिछवाल महेंद्र दत्त और संजय सिंह, हेड कांस्टेबल दीपक यादव व दिलीप सिंह को शामिल किया गया। तकनीकी मदद से आरोपियों के इंटरनेट पर कॉलिंग एप से रोहित गोदारा गैंग से जुड़े होने की बात सामने आई।
आरोपी इंटरनेट एप्लीकेशन से ही किसी भी वारदात की साजिश रचते हुए उसे अंजाम देते थे। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने तीनों बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए बधाई दी है। वहीं बीकानेर पुलिस की ओर से भी साइबर सेल के हेड कांस्टेबल दीपक यादव, दिलीप सिंह और कांस्टेबल राजू राम गुर्जर को विशेष पदोन्नति तथा एसएसओ वेदपाल, संजय सिंह और कांस्टेबल श्रीराम को डीजीपी डिस्क के प्रस्ताव भिजवाए गए हैं।
मजदूर बनकर नजर रखी
टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने संदिग्ध घर के सामने निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरों का हुलिया बना कर दो-तीन दिन तक घर और वहां रहने वाले संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखी गई। जानकारी पुख्ता होने पर नासिक पुलिस की मदद से दबिश देकर तीनों बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
तीनों बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि घटना के बाद इन्होंने अपना हुलिया व नाम बदल लिया था। हुलिया बदलने के लिए बाल भी कटवा लिए। बदमाशों ने कर्नाटक, तमिलनाडु , दिल्ली, गोवा, पंजाब, पुणे, मुंबई, नासिक, फलोदी, जोधपुर, बज्जू, रणजीतपुरा तथा नेपाल में फरारी काटी थी। काफी दिनों से नासिक में किराए के फ्लैटों में रह रहे थे।
जानकारियां जुटा कर की धरपकड़
साइबर सेल ने 8 महीने कड़ी मेहनत कर तीनों बदमाशों के बारे में जानकारियां जुटाई गई। बदमाशों के महाराष्ट्र के नासिक में होने के संकेत मिले। टीम नासिक पहुंची तो इनकी लोकेशन आवासीय कॉलोनी की आ रही थी। टीम ने लगातार 4 दिन तक अलग-अलग हुलिया बनाकर एक-एक घर को चेक कर एक संदिग्ध घर को चिह्नित किया गया।
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