Rajasthan Assembly Election 2023 : नई दिल्ली/जयपुर। कांग्रेस राजस्थान विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में और उनकी तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं को आधार बना कर लड़ेगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके साथ ही नेताओं को कड़ी हिदायत दी गई कि कोई सरकार के खिलाफ किसी प्रकार की कोई बयानबाजी नहीं करेगा। आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से पेपर लीक, भ्रष्टाचार आदि के मुद्दों पर उठाए कदमों से संतुष्टि जताई।
संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने अपने बयान में यह बात कही भी। साथ ही, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टिकटों के वितरण पर पिछले दिनों जो बयान दिया था, उस पर पार्टी ने मुहर लगाई। पार्टी ने कहा कि दो महीने पहले सितंबर तक प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। पार्टी के रुख से साफ लगा कि इस बार बड़ी संख्या में टिकट काटे जा सकते हैं। पार्टी जल्द ही जिताऊ प्रत्याशियों के चयन के लिए छानबीन समिति की घोषणा कर देगी।
इसके साथ चुनाव से संबंधित सभी कमेटियों का जल्द गठन कर दिया जाएगा। इनमें अभियान समिति, प्रचार समिति जैसी कई कमेटियां बनेंगी। इन कमेटियों के गठन के लिए पार्टी की एक बैठक और हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत शामिल हो सकते हैं। चार घंटे चली इस बैठक में सीएम गहलोत जयपुर से वीसी के जरिए जुड़े। प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक सचिन पायलट समेत लगभग 30 नेता बैठक में मौजूद रहे।
अफसरों पर अंकुश… कार्यकर्ताओं नहीं होगी। की सुनवाई हो: राहुल गांधी
इस महामंथन के बाद संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सीधा संदेश दे दिया कि आज के बाद के वल चुनाव जीतने पर जोर रहेगा कोई बयानबाजी नहीं होगी। सभी नेता एकजुट हो सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करेंगे। इसके साथ ही पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने ट्वीट में सरकार की पीठ थपथपा विरोधियों को सीधा संदेश दे दिया था। बैठक में उन्होंने योजनाओं की तारीफ तो की, साथ ही कहा कि अफसरों पर अंकुश लगा कार्यकर्ताओं की ज्यादा सुनवाई पर जोर होना चाहिए।
सचिन पायलट को दी जा सकती है अभियान समिति की जिम्मेदारी
सचिन पायलट राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हुए तो उन्हें फिर अभियान समिति की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने बैठक में पार्टी को भरोसा दिया कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वो उन्हें स्वीकार होगी। बैठक में अधिकांश नेताओं ने गहलोत सरकार के फैसलों और योजनाओं की जमकर तारीफ की। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की भी चर्चा हुई। नेताओं ने कहा की भारत जोड़ो यात्रा से राज्य में सकारात्मक माहौल बना।
खरगे ने दे दिया था ट्वीट में संदेश
आज की बैठक से साफ हो गया कि राजस्थान में अब कुछ नहीं बदलने वाला है। मुख्यमंत्री गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की अगुवाई में पार्टी आगे की रणनीति बनाएगी। सचिन पायलट का चैप्टर बंद हो गया। पार्टी अब पूरी तरह से एकजुट दिखने कोशिश करेगी। बैठक से पूर्व ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर गहलोत सरकार के कामकाज की जमकर सराहना कर संदेश दे दिया था राजस्थान में कोई छेड़छाड नहीं होगी।
पंजाब पॉलिटिकल कमेटी में रंधावा, हरीश चौधरी
कांग्रेस ने अपनी पंजाब कांग्रेस की पॉलिटिकल अफे यर्स कमेटी का गठन किया है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसमें 31 नेताओं को जगह दी गई है। हरीश चौधरी, अमरेंद्र सिंह राजा वारिंग, प्रताप सिंह बाजवा, अंबिका सोनी, सुखजिंदर सिंह रंधावा, विजय इंदर सिंगला, गुरकीरत सिंह, तेजिंदर सिंह बिट्टू, सुखपाल सिंह खैरा, राजिंदर कौर भट्टल, चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद् का नाम धू शामिल है।
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