डूंगरपुर। राजस्थान के डूंगरपुर में 17 साल के एक लड़के ने प्रेमिका के लिए खुद के अपहरण की कहानी रच डाली। वह परीक्षा देने के बजाए घर से भागकर अहमदाबाद चला गया। यहां पर उसने अज्ञात नंबरों से फोन कर पिता को अपहरण होने की कहानी सुनाई। परिजनों से थाने में पहुंचकर बेटे की अपहरण और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो युवक के अपहरण की कहानी झूठी निकली। पुलिस ने लड़के को अहमदाबाद से डिटेन कर लिया। यह घटना डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाना इलाके की है।
दरअसल, लड़का 12वीं कक्षा में पढ़ता है। वह 11वीं पढ़ने वाली उसी के स्कूल एक लड़की से प्यार करता है। लड़के को डर था कि उसके 12वीं पास होने के बाद वह उससे अलग हो जाएगा। ऐसे में उसने फेल होने की योजना बनाई। जिससे की अगले साल वह अपनी प्रेमिका के साथ पढ़ सके। प्लान के मुताबिक वह बुधवार सुबह अंग्रेजी का पेपर देने के लिए घर से निकला, लेकिन परीक्षा सेंटर जाने के बजाय अहमदाबाद चला गया। परीक्षा सेंटर न पहुंचने पर दोस्तों ने फोन कर परिजनों को सूचना दी। इस पर परिजन पुंजपुर उच्च माध्यमिक स्कूल पहुंचे और उसकी तलाश की।
शाम 5 बजे तक युवक की कोई जानकारी नहीं मिली तो परिजनों ने दोवड़ा थाना पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। वहीं रात को युवक ने अपने पिता को फोन किया और खुद के किडनैप होने की कहानी सुनाई। बेटे के फोन आने के बाद पिता पुलिस स्टेशन पहुंचे और जानकारी दी। पुलिस ने युवक की तलाश में पूरे इलाके सहित सीसीटीवी फुटेज देखे। बस स्टैंड पर स्थित एक दुकान पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखकर पुलिस को सुराग मिला। यहीं से युवक के अपहरण की गुत्थी सुलझ गई। जिसके बाद पुलिसकर्मी गुरुवार सुबह करीब युवक को लेकर दोवड़ा थाना पहुंचे। थाने में पूछताछ के दौरान युवक ने सच बताया और किडनैपिंग की कहानी झूठी निकली। थानाधिकारी हेमंत चौहान ने बताया कि फिलहाल धारा 363 में मामला दर्ज किया गया है। लड़के को बाल कल्याण समिति को सौंपा जाएगा।
ऐसे सुलझी लड़के के अपहरण की गुत्थी…
सीसीटीवी फुटेज में युवक एक दुकान से रुमाल खरीदते नजर आया। यहां कुछ देर खड़े रहने के बाद मुंह पर रुमाल बांधा और बाइक वाले से लिफ्ट लेकर दोवड़ा पहुंचा। यहां से निजी बस में बैठकर डूंगरपुर पहुंच गया। फिर पैदल चलकर रेलवे स्टेशन पहुंचा था। इसके बाद डूंगरपुर से ट्रेन में बैठकर अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पहुंच गया। यहां करीब वह 2 घंटे तक बैठा रहा। रात करीब 9 बजे युवक ने अनजान नंबरों से पिता को फोन कर खुद के किडनैप होने की बात कही।
छात्र को पकड़कर थाने लेकर आई पुलिस और पिता के सामने उसने खुद के अपहरण की कहानी झूठी बताई। उसने बताया कि उसी के स्कूल की 11वीं क्लास में पढ़ने वाली लड़की से वह प्यार करता था। 12वीं क्लास पास होने पर लड़की से अलग होने के डर से उसने फेल होने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबिक बुधवार को सुबह घर से पेपर देने के लिए पुंजपुर के लिए निकला, लेकिन परीक्षा देने नहीं पहुंचा।
छात्र ने ऐसे रची किडनैप की झूठी कहानी…
छात्र ने पिता को फोन पर बताया कि घर से निकलने के बाद बस में बैठकर पुंजपुर बस स्टैंड पहुंच गया था। इसी दौरान एक गाड़ी आकर रुकी, जिसमें 3 लोग सवार थे। उन्होंने छात्र को कागज का टुकड़ा दिखाते हुए उससे कोई पता पूछा। इस दौरान छात्र को गाड़ी में पटक साथ ले गए। इसके बाद छात्र बेहोश हो गया। उसने बताया कि जैसे-तैसे करके वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा। इसके बाद उसने बताया कि यहां किसी अनजान आदमी से फोन लेकर आपसे बात की है। इस पर पिता ने अनजान आदमी को पास के थाने के बारे में पूछा और वहां बेटे को छोड़ने के लिए कहा। इस पर वह व्यक्ति लड़के को वहां छोड़कर चला गया।