भीलवाड़ा। देश में एक अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो गया है। ऐसे में टैक्स जमा नहीं कराने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लोगों को नोटिस जारी कर रहा है। वहीं राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में इनकम टैक्स विभाग ने गजब कर दिया। भीलवाड़ा में स्टेशनरी और फोटोग्राफी की दुकान चलाने वाले एक दिव्यांग को आयकर विभाग (Income Tax Department) द्वारा 12 करोड़ 23 लाख की रिकवरी का नोटिस मिला है। नोटिस मिलने के बाद दिव्यांग व्यक्ति के तो होश ही उड़ गए। उसने सुभाष नगर थाने में न्याय की गुहार लगाई है ।
जानकारी के अनुसार, संजय कॉलोनी में महेश मार्ग निवासी किशनगोपाल छापरवाल को इनकम टैक्स विभाग की ओर से नोटिस आया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी एक फोटोग्राफर के घर पहुंचे, और 12 करोड़ 23 लाख रुपये आयकर का देनदार बताकर उसे नोटिस थमा दिया। आयकर विभाग ने व्यक्ति को इनकम टैक्स का रिटर्न नहीं जमा करने का दोषी बताया। यह नोटिस देखते ही फोटोग्राफर और उसके परिवार की तो रातों की नींद उड़ गई।
स्टेशनरी और फोटोग्राफी की दुकान चलाने वाले दिव्यांग किशन गोपाल छापरवाल ने नोटिस देखकर कहा, यह इनकम टैक्स ने सूरत की दो शैल (बोगस) कंपनियों में बोगस खरीद-बिक्री बताने से नोटिस दिया है। ये दोनों डायमंड कंपनियां हैं। आयकर विभाग ने 10 अप्रैल तक नोटिस का जवाब मांगा है।
किशनगोपाल छापरवाल ने बताया कि 29 मार्च 2023 को आयकर विभाग का नोटिस आया। तब पिता रामेश्वर लाल छापरवाल घर पर थे। उन्होंने नोटिस देखते ही अपने भाई के सीए बेटे को नोटिस व्हाट्सएप मैसेज किया। इस पर भाई के बेटे ने उसे बताया कि इनकम टैक्स की ओर से यह नोटिस आया है। जिसमें पेन कार्ड का दुरुपयोग कर किसी ने बोगस कंपनी बना ली। तब पिता ने बेटे किशन को बाजार से घर बुलाया और नोटिस दिखाया। आयकर विभाग का नोटिस देखकर किशन भी हैरान रह गया।
दरअसल, भीलवाड़ा के वार्ड संख्या 1 के आयकर अधिकारी दिलीप राठौड़ द्वारा 28 मार्च को जारी नोटिस किया। नोटिस में बताया कि आयकर विभाग सूरत तथा मुंबई ने असेसमेंट ईयर 2019-20 की जांच में उसके पैनकार्ड से जुड़ी दो कंपनियों शेठ जैम्स प्राइवेट लिमिटेड और दुष्यंत वैष्णव को शैल यानी बोगस कंपनी माना। शेठ जैम्स में 53 लाख 16 हजार 709 रुपये तथा दुष्यंत वैष्यंत वैष्णव में 11 करोड़ 70 लाख 73 हजार 377 रुपये की बोगस खरीद-बिक्री हुई।
इनकम टैक्स अधिकारी ने किशनगोपाल को कुल 12 करोड़ 23 लाख 90 हजार 86 रुपये का कारण बताओ नोटिस भेजा है। नोटिस मिलते ही किशन गोपाल सहित परिवार की नींद उड़ गई। किशन गोपाल का कहना है कि वह सांगानेर कस्बे के आजाद मोहल्ला में स्टेशनरी की छोटी सी दुकान चलाता है। शादियों के सीजन में फोटोग्राफी कर गुजारा कर रहा है। वह कभी भीलवाड़ा से बाहर ही नहीं गया। वहीं किशन गोपाल के पिता रामेश्वर छापरवाल कहते हैं, हमारी तो इतनी इनकम ही नहीं है। किशन गोपाल छापरवाल का कहना है कि उनके साथ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ वे सुभाष नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा रहे हैं।