Rajasthan : आज महिला समानता दिवस के अवसर पर जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अशोक गहलोत के साथ महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मुख्य सचिव उषा शर्मा समेत कई अधिकारी और मंत्री मौजूद रहे।
अशोक गहलोत ने कहा कि देश के अंदर महिलाओं का सम्मान हमेशा से हुआ है। लेकिन देश पुरुषप्रधान कहलाता है। लेकिन देश के महापुरूषों ने महिला सशक्तिकरण को लेकर बड़ा योगदान किया है। हमारे नेताओं की दूरदृष्टि बेहद शानदार थी। राजीव गांधी ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया गया है। पहले तो गांवों में कोई सरपंच पद पर महिला को नहीं बिठाता था। लेकिन राजीव गांधी ने सरपंच, प्रधान, प्रमुख समेत कई पदों पर महिलाओं को आरक्षण प्रदान किया।
इंदिरा गांधी महिला सशक्तीकरण का बड़ा उदाहरण
जिससे आज हमारे देश की तस्वीर बदली है। वहीं इस कदम से महिलाए बेहद आत्मविश्वास से लबरेज हो रही हैं। वे अब सरपंचपति और प्रधान पति की कुरीती को भी दूर कर रही हैं। खुद ही सारी बैठकें करती हैं, टीम को लीड करती हैं, निर्देशन देती हैं। आजड वे हर क्षेत्र में साहस और आत्मविश्वास से काम कर रही हैं।
इंदिरा गांधी का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी एक महिला थीं। उन्हें देश की पहली प्रधानमंत्री की उपाधि मिली हुई हैं। वे महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ा उदाहरण थीं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के अंदर कॉलेजों में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा हो गई हैं। जो कि प्रदेश के लिए एक बेहद गर्व करने वाली बात है। हर बजट के अंदर हमारी सरकार ने महिलाओं का ध्यान रखा है।
लड़किय़ों के लिए उच्च शिक्षा के लिए स्कीम, स्कॉलरशिप योजना, स्कूटी योजना जैसी तमाम योजनाएं प्रदेश की बेटियों के लिए लाई है। वहीं महिलाओं के लिए स्मार्टफोन योजना जल्द ही धरातल पर उतरने वाली है। जिससे अब गांव-गांव की महिलाओं के हाथ में आधुनिक तकनीक होगी।