जयपुर। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में एक बार फिर राजनीतिक उठापटक शुरू हो गई है। आरसीए की ओर से चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव को असंवैधानिक घोषित करने के बाद सियासत तेज हो गई है। दरअसल, मंगलवार को चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव आयोजित किए गए थे। इसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम सिंह ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी, लेकिन इसके 24 घंटे बाद ही अब आरसीए ने चूरू जिला क्रिकेट संघ के चुनाव को असंवैधानिक करार देकर पदाधिकारी के निर्वाचन को नामंजूर कर दिया है।
आरसीए के सेक्रेटरी भवानी सामोता ने बताया- चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन ने 20 और 22 फरवरी के दिन चुनाव आयोजन की स्वीकृति मांगी थी। आरसीए ने चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन को चुनाव के लिए 22 फरवरी की तारीख दी, लेकिन बिना किसी सूचना और नियमों के विपरीत चूरू जिला क्रिकेट और संगठन में 20 फरवरी को चुनाव का आयोजन कर लिया। इसके साथ ही चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में आरसीए से अधिकृत कोई भी ऑब्जर्वर मौजूद नहीं था।
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बेवजह विवाद पैदा कर रहा है आरसीए
चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पराक्रम सिंह ने कहा कि राजस्थान क्रिके ट एसोसिएशन बेवजह विवाद पैदा कर रहा है। चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव नियमों के तहत हुआ, जिसमें आरसीए के ऑब्जर्वर शक्ति सिंह राठौड़ भी मौजूद थे। चुनाव की सूचना भी आरसीए को भेजी गई थी। अब बेवजह इस पूरे मुद्दे को लेकर विवाद पैदा किया जा रहा है। हालांकि अब तक मुझे इस बात का कोई नोटिस या लेटर नहीं मिला है। जब मुझे नोटिस मिलेगा, उसका जवाब दिया जाएगा।
इधर, आरसीए के उपाध्यक्ष शक्ति सिंह राठौड़ ने कहा कि चूरू डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव पूरी तरह से संवैधानिक है। मेरे पास चूरू के सेक्रेटरी सुशील शर्मा का फोन आया था। उन्होंने मुझे बताया कि वह तीन-चार दिन से आरसीए के सेक्रेटरी भवानी सामोता को फोन कर रहे हैं। यहां चुनाव को लेकर ऑब्जर्वर भेजना है, लेकिन वह मेरा फोन नहीं उठा रहे हैं। इसके बाद मैं उपाध्यक्ष होने के नाते अपनी जिम्मेदारी समझकर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में गया था।
पराक्रम सिंह अध्यक्ष व सुशील शर्मा बने थे सचिव
चूरू जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में पराक्रम सिंह राठौड़ अध्यक्ष, सुशील शर्मा सचिव और दीनदयाल सारस्वत कोषाध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। उपाध्यक्ष पद पर रघुनंदन शर्मा, मनोज गढ़वाल और कमल किशोर पुजारी निर्वाचित हुए थे। संयुक्त सचिव के पद पर मुरारी लाल शर्मा और जगदीश शर्मा निर्वाचित हुए थे। कार्यकारिणी सदस्य के रूप में सौरभ सारस्वत, वसीम अहमद, अमित सिंह, मनीष शर्मा, देवकीनंदन शर्मा, दीपक कु मार और भंवर वीरेंद्र सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए थे।
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आरसीए अध्यक्ष की रेस में पराक्रम
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन और राज्य सरकार के बीच हुआ करार बुधवार को समाप्त हो गया। अब खेल विभाग क्रीड़ा परिषद की कार्यकारिणी को भंग करने की तैयारी कर रहा है। इधर, आरसीए अध्यक्ष को लेकर पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम और कैबिनेट मंत्री गजेंद्र खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर का नाम सियासी चर्चाओं में चल रहा है। बता दें कि अभी वैभव गहलोत आरसीए के अध्यक्ष हैं। राज्य सरकार शीघ्र ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में ऐडहोक कमेटी बिठाकर फिर से चुनाव करा सकती है।