जयपुर के रामबाग में आज उत्तर क्षेत्रीय परिषद की 30वीं बैठक होगी। यह बैठक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होगी। गौरतलब है कि करीब 25 साल बाद राजस्थान की राजधानी जयपुर में यह बैठक हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लंबे अर्से के बाद एक टेबल पर नजर आएंगे। इस दौरान ईआरसीपी, कोयले की कमी और राजस्थान को विशेष राज्य के दर्जे के हिसाब से योजनाओं में शामिल करने जैसे मुद्दे गहलोत की तरफ से उठाए जाएंगे।
8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सीएम और राज्यपाल और उपराज्यपाल शामिल
उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल औऱ उपराज्यपाल हिस्सा लेंगे। इस बैठक में दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान नहीं आ रहे हैं। इन 8 राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों में राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, लद्दाख शामिल हैं।
प्रदेश के इन मामलों पर होगी चर्चा
राजस्थान की ओर से केंद्र के सामने भाखड़ा और पोंग डैम के जलाशय का पूरा भरना सुनिश्चित या मेंटेन करने का भी बिंदु केंद्र के सामने रखा जाएगा। इसके साथ ही पॉस्को से जुड़े केसेस का अदालतों में तेजी से निस्तारण सुनिश्चित करने की भी मांग की जाएगी। राज्य सरकार अमित शाह के सामने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में डीबीटी का अधिकाधिक उपयोग सुनिश्चित करने की भी मांग करेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण का मापदंड 500 के बजाय 250 की जनसंख्या का करने का मुद्दा भी उठाय़ा जाएगा।
इन लंबित मांगों पर रहेगा फोकस
राजस्थान अब तक पूर्व में हुई बैठकों भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड में स्थानीय सदस्य होने का मुद्दा जोरशोर से उाठता आया है। पानी में प्रदेश की हिस्सेदारी के बावजूद सदस्य नहीं होने से प्रदेश उसके हिस्से के पर्याप्त पानी मिलने की पैरवी अब तक नहीं कर पाया है। हाल ही में केंद्र ने बोर्ड में तकनीकी दक्षता वाले सदस्य शामिल करने का संशोधन प्रस्तावित किया है। ऐसे में बैठक में इसे लेकर जोरदार चर्चा हो सकती है। वैसे बोर्ड में प्रदेश का सदस्य होने का बिंदु काउंसिल की पूर्व की बैठकों में शामिल होता रहा है, लेकिन यदि इस बार इसमें राजस्थान के पक्ष में सकारात्मक निर्णय हुआ तो पंजाब को इसे मानना पड़ सकता है।
केंद्र ने ये मुद्दे अनुमोदित कर भेजे राज्य सरकार को
बैठक के लिए केंद्र की तरफ से राज्य सरकारों को भेजे गए एजेंडा में पराली को जलाना, महिलाओं और बच्चों से दुष्कर्म के मामलों में जांच में तेजी लाने जैसे मुद्दों को स्वीकृति दी गई है। राजस्थान की तरफ से उत्तर क्षेत्रीय परिषद की शामिल होने आ रहे प्रतिनिधियों के लिए तीन जगह ठहरने की व्यवस्था की गई हैं। इसके लिए 60 आरएएस की प्रोटोकॉल में ड्यूटी लगाई गई है। मेहमानों को मुख्य सचिव की और से डिनर भी दिया जाएगा।
सीएम गहलोत को 10 मिनट बाकी को 4 मिनट बोलने का समय
इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत का मेजबान के रूप में स्वागत भाषण होगा। गहलोत को बोलने के लिए इस बैठक में दस मिनट का समय दिया गया है। बाकी मुख्यमंत्री और राज्यों के प्रतिनिधि को बोलने के लिए चार मिनट का समय रखा गया है।
दोनों कांग्रेस-भाजपा के दिग्गज
कांग्रेस और भाजपा के यह दोनों दिग्गज चेहरे अब तक राजनीतिक तल्खी से भरे बयानों के साथ ही आमने-सामने होते रहे हैं। शाह और गहलोत के बीच ज्यादातर संवाद भी पत्र व्यवहार के जरिए होता रहा है। नवंबर, 2021 में शाह ने गहलोत को फोन करके पेट्रोलियम पर्दाथों पर से वैट कम करने को कहा था, इसके बाद अब तक इन दोनों के बीच किसी भी तरह के संवाद की जानकारी नहीं सामने आई है। हालांकि समय-समय पर गहलोत अपनी सरकार गिराने के षड्यंत्र के लिए अमित शाह को दोषी बताकर हलचल मचाते रहते हैं।
ऐसा रहेगा कार्यक्रम
सुबह 11.05-11.15 तक सीएम अशोक गहलोत क स्वागत उद्बोधन
11.16 से 11.20 तक दिल्ली उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का संबोधन
11.21 से 11.25 तक एलजी लद्दाख राधाकृष्ण माथुर का संबोधन
11.26 से 11.30 तक एलजी जम्मू कश्मीर मनोज सिन्हा का संबोधन
11.31 से 11.35 तक चंडीगढ़ प्रशासक का संबोधन
11.36 से 11.40 पंजाब के प्रतिनिधि का संबोधन
11.41से 11.45 हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर का संबोधन
11.46 से 11.50 बजे तक हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर का संबोधन
11.51 से 11.55 बजे तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का शुरुआती उद्बोधन
11:55 से 1:40 तक कार्यसूची पर मदवार चर्चा। साथ ही सचिव अंतर राज्य परिषद सचिवालय का होगा प्रजेंटेशन
दोपहर 1:40 बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समापन संबोधन
इसके बाद मुख्य सचिव उषा शर्मा जताएंगी आभार
भाजपा कार्यालय में पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे अमित शाह
अमित शाह परिषद की बैठक के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय भी जाएंगे। वे यहां पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों से राजस्थान के राजनीतिक परिदृश्य को लेकर चर्चा करेंगे। भाजपा प्रदेशाध्यश सतीश पूनियां अपनी टीम के साथ शाह की अगवानी करेंगे। बाद में शाह का प्रदेश पदाधिकारियों से परिचय करवाया जाएगा। राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में शाह की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। इसके चलते वे समय-समय पर राजस्थान की राजनीतिक स्थितियों की जानकारी लेते रहते हैं।