Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख पार्टियों के अलावा तमाम उम्मीदवार विभिन्न निर्दलीय और विभिन्न पार्टियों के सहारे मैदान में उतर चुके है। इस चुनाव में प्रदेश की कानून व्यवस्था भी मुद्दा रहने वाली है। इस बीच प्रदेश में उम्मीदवारों से जुड़ा एक आकड़ा सामने आया है। जिसमें 70 अधिक उम्मीदवारों पर महिलाओं पर अत्याचार, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज है।
10 से ज्यादा मुकदमें
- खाजूवाला में एक प्रत्याशी पर 22 मुकदमे। इनमें से 19 धोखाधड़ी के और दो चोरी के मामले।
- गंगापुर सिटी में एक प्रत्याशी पर हत्या और हत्या के प्रयास सहित 16 मामले।
- कोटा में एक प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी पर हत्या और सांप्रदायिकता बढ़ाने के आरोप समेत 14 मुकदमे।
- छबड़ा में एक प्रत्याशी पर हत्या के प्रयास समेत 13 मामले।
- सवाईमाधोपुर में एक प्रमुख पार्टी के प्रत्याशी पर हत्या के प्रयास और लूट के आरोप समेत 12 मुकदमे।
45 विधानसभा में दागी उम्मीदवार
इस बार 45 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां तीन या अधिक उम्मीदवार दागी हैं। राजनीति में धन और बाहुबल के गठजोड़ पर चिंता जताने और दागी उम्मीदवारों को सदन तक पहुंचने से रोकने की सुप्रीम कोर्ट की कोशिशों के बावजूद ऐसे उम्मीदवारों पर लगाम नहीं लग पा रही है। पिछले चुनाव में कुछ ऐसे मामले भी सामने आये थे, जहां मतदाताओं ने आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के कारण वोट देने जाने में डर जताया था।
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एक पर बलात्कार का भी आरोप
एडीआर और इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार 36 उम्मीदवारों पर महिलाओं पर अत्याचार के आरोप हैं। एक पर बलात्कार का भी आरोप है। परिजनों के ऐसे आरोपों का सामना करने वाले उम्मीदवारों की संख्या इससे कहीं अधिक है। चार उम्मीदवारों ने हलफनामे में जानकारी दी है कि उनके खिलाफ हत्या का मामला चल रहा है और 34 पर हत्या के प्रयास का आरोप है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हत्या का एक मामला और हत्या के प्रयास के नौ मामले सार्वजनिक हुए थे, जबकि चार उम्मीदवारों पर अपहरण और एक पर महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था।